साइबर अपराध से बचाव के उपाय

विजय कुमार (काल्पनिक नाम) उम्र लगभग 65 वर्ष जो एक नामी कम्पनी से सेवानिवृत्त है तथा नोएडा गौतमबुद्धनगर में निवास करते है। एक दिन वह खाली बैठे इन्सटाग्राम को स्क्रॉल कर रहे थे

साइबर अपराध से बचाव के उपाय

साइबर अपराध से बचाव के उपाय

विजय कुमार (काल्पनिक नाम) उम्र लगभग 65 वर्ष जो एक नामी कम्पनी से सेवानिवृत्त है तथा नोएडा गौतमबुद्धनगर में निवास करते है। एक दिन वह खाली बैठे इन्सटाग्राम को स्क्रॉल कर रहे थे तभी उन्हे शेयर मार्केट पर इन्वेसटमैन्ट का एक विज्ञापन दिखाई दिया जिस पर उन्होने जिज्ञासावश क्लिक कर दिया इससे वह डायरेक्ट व्हाट्सएप ग्रुप के लिंक पर चले गये जहाँ उनको एक ऐप डाउनलोड करने के लिये कहा गया जिसका नाम AngelGuard.pro था। साथ ही उस व्हाट्सएप ग्रुप पर विजय जी को शेयर मार्केट में धन लगाने व उस पर कैसे लाभ पाये कि जानकारी दी गई।

उस ग्रुप पर बहुत सारे लोग जुड़े हुये थे तथा वह लोग भी लाभ प्राप्त की बातो को ग्रुप पर डाल रहे थे तथा ऐसा प्रतीत कराते थे कि इससे लाभ हो रहा है। उस ऐप पर शेयर मार्केट में जब पैसा लगाया जाता था तो आँनलाइन देखने पर ऐसा लगता था कि ये लोग शेयर मार्केट की समझ रखते है तथा लोगो का पैसा उन शेयर में लगवाते है जहाँ पैसा लगने के साथ ही तुरन्त पैसा शेयर मार्केट में उछाल लगाते हुये दिन-दोगुना रात-चौगुना बढ़ना शुरु हो जाता है। विजय जी ने काफी देखभाल के बाद यह मानते हुये कि ये लोग शेयर मार्केट के अच्छे जानकार है,

इनकी बातो व प्रलोभन में आकर फ्रॉडस्टर द्वारा बताए गए अलग-अलग खातो मे कुल 44 लाख रुपये हाई रिर्टन(ज्यादा मुनाफा) के नाम पर इन्वेस्ट कर दिए। जब उन पैसो को वादी ने वापस लेने का प्रयास किया तो पैसे वहाँ से नही निकल सके। पैसे बस वर्चुअली अकाउंट में बढ़ते हुए दिख रहे थे। पैसा निकालने हेतु फ्रॉडस्टर पहले और इनवेस्टमेंट करनें की बात कर रहा था। तब विजय जी को शक हुआ कि उनके साथ साइबर ठगी हो गयी है।

उस पैसो को अपने खाते में लेने के लिए विजय जी ने काफी प्रयास किया परन्तु पैसे वापस नही हो सके। विजय जी द्वारा तुरंत साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई गई एवं थाने पर आकर अपनी एफ0आई0आर दर्ज करायी गयी। विवेचना के दौरान थाना साइबर क्राइम पुलिस नोएडा द्वारा वादी का 3,50,000 रुपयों को तत्काल वापस कराते हुए घटना में शामिल 04 अभियुक्तों को दिल्ली व एनसीआर क्षेत्र से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।

इन्वेस्टमेंट फ्रॉडः

*यदि आपके पास टेलीग्राम के माध्यम से या सोशल मीडिया के किसी भी प्लेटफार्म के माध्यम से कम समय में इन्वेस्टमेंट करके शेयर मार्केट में अधिक पैसा कमाने का कोई ऑफर आता है तो आप समझ जाइए की साइबर अपराधी आपको अपने जाल में फंसा रहे हैं आप ऐसे किसी भी शेयर मार्केट या ट्रेडिंग के प्लेटफार्म पर इन्वेस्टमेंट ना करें जो असुरक्षित है एवं आरबीआई की गाइडलाइन को फॉलो नहीं करता तथा जो भारत सरकार के अधीन और सेबी के नियंत्रण में नहीं है।

ऐसे अनजान शेयर मार्केट पर इन्वेस्टमेंट करने से आप साइबर ठगी के शिकार हो सकते हैं, इनवेस्टमेंट कर जल्दी मुनाफा, नए आईपीओ का बार-बार निकालने की बात आदि गलत ट्रैडिंग सलाह पर विश्वास ना करें।