लोगों की टोलियों ने घर घर जाकर गोवर्धन जगाने की प्राचीन परंपरा गीत गाकर निभाई।

बुलंदशहर/अहार क्षेत्र के गांवों में गोवर्धन पूजा का त्योहार विधिवत मनाया गया, लोगों की टोलियों ने घर घर जाकर गोवर्धन जगाने की प्राचीन परंपरा गीत गाकर निभाई

लोगों की टोलियों ने घर घर जाकर गोवर्धन जगाने की प्राचीन परंपरा गीत गाकर निभाई।

बुलंदशहर/अहार क्षेत्र के गांवों में गोवर्धन पूजा का त्योहार विधिवत मनाया गया, लोगों की टोलियों ने घर घर जाकर गोवर्धन जगाने की प्राचीन परंपरा गीत गाकर निभाई। अधिकांश आसपास के गांवों में गोवर्धन पूजा का पर्व आज रहा। सुबह से ही पशु पालकों ने अपने अपने पशुओं को नहाना शुरू कर दिया। उसके बाद तेल लगाया। पशुओं के गले में विभिन्न प्रकार के आकर्षक बजने वाली घंटियां बांधी।

महिलाओं ने घर एवं पशुशाला में गोबर से गोवर्धन की आकृति बनाकर सजाई और विधिवत पूजा की।शाम के समय टोलियों ने घर घर जाकर गोवर्धन जगाने की पुरानी परंपरा गीत गाकर निभाई।टोली प्रभारी अशोक सिंह ने कहा कि गोधन जगाने की रीति प्राचीन काल से पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है। गृह स्वामी ने उन्हें पूड़ी और नगदी के रूप में दक्षिणा दी। गांव चरौरा,खनौदा,अहार, भगवन्तपुर में देर रात तक गोधन जगाने की परम्परा चलती रही।