स्कूल चलो अभियान चलाना आवश्यक : योगी आदित्यनाथ
लखनऊ, 30 मार्च । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्चाधिकारियों को निर्देश दिया है कि समस्याओं के निस्तारण की जवाबदेही तय हो।
लखनऊ, 30 मार्च उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्चाधिकारियों को निर्देश दिया है कि
समस्याओं के निस्तारण की जवाबदेही तय हो। लेटलतीफी अथवा एक-दूसरे पर जिम्मेदारी टालने की प्रवृत्ति स्वीकार
नहीं की जाएगी।
योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोरोना के कारण विगत दो शैक्षिक सत्र प्रभावित रहे हैं। भौतिक पठन-पाठन नहीं
हो सका।
अतः आगामी सत्र की शुरुआत से पूर्व 'स्कूल चलो अभियान' को वृहद स्वरूप दिया जाना आवश्यक है।
विभागीय मंत्री के परामर्श से अभियान के संबंध में विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर ली जाए। एक भी बच्चा स्कूल से
वंचित न रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि कैबिनेट के समक्ष विभागीय प्रस्तुतियां सम्बंधित मंत्री द्वारा ही किया जाएगा। विभागीय
अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव केवल सहायता करेंगे।
यह भी कहा गया है कि प्रदेश के सभी विभागाध्यक्ष
गण अपने अधीनस्थ कार्यालयों का औचक निरीक्षण करें।
कार्यालयों में स्वच्छता, निस्तारित होने के लिए लंबित
फाइल की स्थिति, जन शिकायतों के निस्तारण की स्थिति, कार्मिकों की उपस्थिति, समयबद्धता आदि की
वस्तुस्थिति का परीक्षण किया जाए।
व्यवस्था की पारदर्शिता और अभिभावक की सुविधा के दृष्टिगत बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में बच्चों के
गणवेश आदि के लिए धनराशि सीधे अभिभावक के बैंक खाते में भेजे जाने की व्यवस्था की गई है।
इसके
सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं। यह सुनिश्चित किया जाए कि बच्चे निर्धारित गणवेश में ही विद्यालय
आएं।
मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि गेहूं खरीद की प्रक्रिया 01 अप्रैल से प्रारंभ हो रही है। यह
सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी क्रय केंद्र पर किसानों को समस्या न हो, भंडारण गोदाम हो या क्रय केंद्र, हर
जगह गेहूं की सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए जाएं। प्रत्येक दशा में किसानों को एमएसपी का लाभ मिलना ही
चाहिए। सभी क्रय केन्द्रों पर पूरी पारदर्शिता के साथ गेहूं खरीद कराई जाए।
किसान को अपनी उपज बेचने में कोई
असुविधा न हो। किसानों की उपज का समयबद्ध ढंग से भुगतान कर दिया जाए।
प्रदेश में निवेश कर रहीं
औद्योगिक इकाइयों को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा इंसेंटिव प्रदान किया जा रहा है। ऐसे सभी
प्रकरणों की गहन समीक्षा कर यथाशीघ्र यथोचित समाधान किया जाए।