अशोक गहलोत कम से कम कोरोना के नाम पर लगाए गए वैट तो घटाएं
पहले केंद्र सरकार कोरोना के नाम पर पेट्रोल डीजल पर लगाई एक्साइज ड्यूटी को हटाएं-अशोक गहलोत
पड़ोसी राज्यों में लगे राजस्थान से सस्ते पेट्रोल डीजल मिलने के होर्डिंग।
=========
9 नवंबर को दैनिक भास्कर में प्रथम पृष्ठ पर एक पॉलिटिकल स्टोरी प्रकाशित की। इस स्टोरी में बताया गया कि कोरोना के नाम पर राजस्थान में पेट्रोल पर 7 और 6 प्रतिशत वैट राज्य सरकार ने लगाया था। पूर्व में 2-2 प्रतिशत वैट घटाया है, लेकिन अभी भी कोरोना काल का पेट्रोल और डीजल पर चार-चार प्रतिशत वैट लगा हुआ है। केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर पांच रुपए और डीजल पर 10 रुपये एक्साइज ड्यूटी कम कर दी है तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कम से कम कोरोना के नाम पर लगाए गए वैट को तो भी घटाना ही चाहिए। सीएम गहलोत ने तो भास्कर को तो कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन 9 नवंबर को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर कोरोना के नाम पर लगाई गई एक्साइज ड्यूटी को हटाने की मांग की है। पत्र में बताया गया है कि कोरोना काल में राजस्व की कमी बताकर केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर 27 रुपए और डीजल पर 25 रुपए की एक्साइज ड्यूटी लगाई थी, इसमें से 3 नवंबर को पेट्रोल पर 5 रुपए और डीजल पर 10 रुपये एक्साइज ड्यूटी कम की है। गहलोत ने मोदी से मांग की कि कोरोना के नाम पर लगाई गई एक्साइज ड्यूटी को तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाए। 9 नवंबर को पीएम को लिखे पत्र से प्रतीत होता है कि सीएम गहलोत पर राजस्थान में पेट्रोल डीजल पर वैट कम करने का कोई दबाव नहीं है। भले ही कांग्रेस शासित पंजाब में पेट्रोल और डीजल पर वैट घटा दिया हो। यही वजह है कि राजस्थान के मुकाबले में पंजाब में पेट्रोल और डीजल 20 रुपए प्रतिशत लीटर सस्ता हो गया है। सीएम गहलोत को अब इस बात की भी आलोचना की परवाह नहीं है कि देशभर में सबसे ज्यादा महंगा पेट्रोल डीजल राजस्थान में मिल रहा है। केंद्र सरकार द्वारा एक्साइज ड्यूटी कम किए जाने के बाद देश के अधिकांश राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने अपने अपने प्रदेशों में वैट कम कर दिया है। लेकिन राजस्थान, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा जैसे चुनिंदा राज्य हैं, जहां अभी तक वैट में कटौती नहीं की गई है।
पड़ोसी राज्यों में होर्डिंग
केंद्र सरकार द्वारा एक्साइज ड्यूटी कम करने के बाद राजस्थान के पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, गुजरात में भी वैट कम कर दिया है, इसलिए राजस्थान के मुकाबले में पड़ोसी राज्यों में पेट्रोल डीजल सस्ता हो गया है। यही वजह है कि पेट्रोल पंप मालिकों ने राजस्थान की सीमा से लगे जिलों में सस्ता पेट्रोल डीजल मिलने के होर्डिंग लगा दिए हैं। इससे राजस्थान में पेट्रोल डीजल की बिक्री पर असर पडा है। जो वाहन पड़ोसी राज्यों से आ रहे हैं, उनके चालक-मालिक पहली ही पेट्रोल डीजल भरवा लेते हैं। यही वजह है कि पड़ोसी राज्यों की सीमा से जुड़े जिलों के पेट्रोल पंपों पर बिक्री लगातार घट रही है। इसको लेकर सैकड़ों पंप मालिक पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर आदि जिलों के मालिकों ने तो अपने पंप बंद कर दिए हैं।