ट्रांसपोर्टरों ने परिवहन मंत्री से की मुलाकात, बोले-सरकार को 2 करोड़ रुपये का हो रहा नुकसान
टांसपोर्टर सोनू नागर, व अनिल चौहान व निकेश और सुत्तिन ने बताया कि हम नोएडा के भारी वाहन ट्रांसपोर्टर हैं, जिसमें भारी वाहनों द्वारा अंतर्राज्यीय सीमाओं से कच्चा माल लाया और ले जाया जाता है। भारी वाहनों पर लोडिंग के संबंध में केंद्र सरकार के परिवहन विभाग द्वारा अलग-अलग माप किए गए हैं,
नोएडा। नोएडा के ट्रांसपोर्टरों ने परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह मुलाकात की है। इस दौरान ट्रांसपोर्टरों ने मंत्री को बताया कि दिल्ली-नोएडा सीमा पर वाहनों की चेकिंग नहीं हो रही है। नोएडा एआरटीओ की इस लापरवाही से उत्तर प्रदेश सरकार प्रतिमाह करीब 2 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है।
टांसपोर्टर सोनू नागर, व अनिल चौहान व निकेश और सुत्तिन ने बताया कि हम नोएडा के भारी वाहन ट्रांसपोर्टर हैं, जिसमें भारी वाहनों द्वारा अंतर्राज्यीय सीमाओं से कच्चा माल लाया और ले जाया जाता है। भारी वाहनों पर लोडिंग के संबंध में केंद्र सरकार के परिवहन विभाग द्वारा अलग-अलग माप किए गए हैं,
जिन्हें अधिसूचना संख्या RT11028/11/2017-MVL में देखा जा सकता है। एआरटीओ नोएडा को भारी वाहनों की ओवरलोडिंग रोकने का अधिकार है, लेकिन इसके विपरीत एआरटीओ नोएडा प्रति भारी वाहन ₹12000 प्रति माह लेकर अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं कर रहे हैं और सरकार को भारी आर्थिक हानि पहुंचा रहे हैं।
आर्थिक हानि का आकलन इस बात से किया जा सकता है कि द्वारा कितना कार्य किया गया। जनवरी से सितम्बर 2024 तक भारी वाहनों को रोकने के सम्बन्ध में नोएडा में यदि इसकी तुलना मात्र तीन दिन रात्रि में की गई सघन चेकिंग से की जाए तो यह बराबर ही होगी।
एआरटीओ नोएडा बार-बार आवेदन करने पर केवल आश्वासन ही देते हैं, इन सबके अलावा यदि कोई ओवरलोड भारी वाहन उनके सामने से गुजरता है तो वे कोई कार्यवाही नहीं करते। श्रीमान जी से विनम्र निवेदन है कि ए.आर.टी.ओ. नोएडा को निर्देश दें कि कृपया नोएडा दिल्ली बॉर्डर डी.एन.डी. जंक्शन, पेरिफेरल (सिरसा कट), (जेवर कट), कालिंदी कुंज आदि स्थानों पर चेकिंग करने के निर्देश देकर सरकार को हो रहे नुकसान को रोकें।