कैमिकल फैक्ट्री में भयंकर विस्फोट

बुलन्दशहर : नगर कोतवाली क्षेत्र में एक मकान में अवैध रूप से चल रही कैमिकल फैक्ट्री में अचानक भयंकर विस्फोट होने से मकान ध्वस्त हो गया। विस्फोट में एक बच्चे सहित चार लोगो की मौत हो गई।

कैमिकल फैक्ट्री में भयंकर विस्फोट

बुलन्दशहर : नगर कोतवाली क्षेत्र में एक मकान में अवैध रूप से चल रही कैमिकल फैक्ट्री में अचानक भयंकर विस्फोट होने से मकान ध्वस्त हो गया।

विस्फोट में एक बच्चे सहित चार लोगो की मौत हो गई। विस्फोट इतना भयंकर था कि जहां एक तरफ धुएं का गुब्बार आसमान में देखा गया तो वहीं आसपास के दर्जनों मकानों के दरवाजों के खिड़कियों के शीशे टूट गए।

मृतकों के चिथड़े उड़ गए। मौके पर पहुंचे डीएम व एसएसपी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और राहत बचाव दल के कर्मियों ने मलबे से शवों के टुकड़ों को निकाल पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

बुलन्दशहर डीएम चन्द्र प्रकाश सिंह ने बताया कि मामले में जांच करा कर आरोपी के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी। आसमान में धुएं का गुबार, दर्जनों मकानों के टूटे शीशे कोतवाली नगर क्षेत्र के गांव ढकोली में दक्ष गार्डन के पीछे काटी जा रही

अवैध कॉलोनी सरिता विहार में बने एक मकान में अवैध रूप से केमिकल फैक्ट्री चल रही थी। अचानक केमिकल फैक्ट्री में भयंकर विस्फोट हुआ जिससे इमारत पूरी तरह ध्वस्त हो गई। यही नहीं मलबे में दबने से फैक्ट्री मालिक विनोद की मौत हो गई। 


     विस्फोट इतना भयंकर था कि आसमान में धूएं का गुबार नजर आया। यही नहीं कई किलोमीटर तक धमाके की आवाज सुनी गई और दर्जनों मकानों की दरवाजे और खिड़कियों के शीशे टूट गए।

विस्फोट की आवाज सुनने के बाद मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने डायल 112 पर हादसे की सूचना दी जिसके बाद प्रशासनिक हलके में हड़कम्प मच गया। आनन-फानन में बुलन्दशहर डीएम सीपी सिंह, एसएसपी श्लोक कुमार, एएसपी अनुकृति शर्मा, राजस्व विभाग

की टीम, अग्निशमन विभाग की टीम, स्वास्थ्य विभाग की टीम, एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड, फॉरेंसिक विभाग की टीम मौके पर पहुंची। घटना स्थल का निरीक्षण कर राहत बचाव कार्य में जुट गए।

बुलन्दशहर डीएम सीपी सिंह, ने हादसे में चार लोगों के मरने की पुष्टि की है। बुलडोजर के साथ और राहत बचाव दल राहत कार्य किया गया है। डीएम ने जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए। बुलन्दशहर डीएम सीपी सिंह ने एटीएस को हादसे की जांच कर विधिक

कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। समाचार लिखे जाने तक यह पता नहीं चल सका है कि फैक्ट्री किसकी थी और यहाँ किस तरह का कार्य चल रहा था। हालांकि घटनास्थल से नाइट्रोजन जैसी गंध लोगों को आ रही थी।