नोएडा में अब तक की ये सबसे बड़ी कार्रवाई फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ करते हुए 86 लोगों को किया गिरफ्तार

नोएडा।नोएडा पुलिस को उस वक्त एक बड़ी सफलता मिली जब थाना फेस 1 पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ करते हुए 86 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में नौजवान युवक और युवतियां थी।

नोएडा में  अब तक की ये सबसे बड़ी कार्रवाई फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ करते हुए 86 लोगों को  किया गिरफ्तार

                                  नोएडा में फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़

नोएडा।नोएडा पुलिस को उस वक्त एक बड़ी सफलता मिली जब थाना फेस 1 पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ करते हुए 86 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में नौजवान युवक और युवतियां थी।

कब्जे से नकद समेत अन्य सामान बराबद


इनके कब्जे से 150 कंप्यूटर सेट,13 मोबाइल,एक बड़ा सर्वर मय राउटर,एक क्रेटा गाड़ी, बीस लाख रुपये नकद समेत अन्य सामान बराबद किया।फर्जी कॉल सेंटर के खिलाफ नोएडा में  अब तक की ये सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।आपको बता दे कि पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह के नेतृत्व में अपराध पर निरंतर अंककुश लगाया जा रहा है।

इसी क्रम में एडीसीपी शक्ति मोहन के कुशल नेतृत्व में एसीपी गंगा प्रसाद ने अपनी टीम के साथ मिलकर थाना क्षेत्र के सैक्टर-6 स्थित एक फ्रर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ करते हुए 86 लोगों को गिरफ्तार किया है।

 ठगी करने का तरीका 


ये लोग गिफ्ट कार्ड और क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से पैसे लेते थे। ऑनलाइन ठगी के लिए ये विसीडियल सॉफ्टवेयर और एक्स लाईट/आईबीएम डायलर का इस्तेमाल किया करते थे।इनके निशाने पर अधिकांश विदेशी लोग होते थे। प्रतिदिन इनसे लाखों रुपये की धोखाधड़ी करते थे।


डीसीपी नोएडा हरीश चन्द्र ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि अमेरिकी नागरिको को कॉल करके उन्हें सोशल सिक्योरिटी नंबर से सम्बंधित आपराधिक गतिविधियों लिप्त होने का डर दिखाकर कॉल बैक करने हेतु नंबर उपलब्ध कराया जाता है।कॉल प्राप्त होने पर फ्लोर पर मौजूद सभी लोग कालिंग एजेट/क्लोजर (मार्शल) बनकर अमेरिकी नागरिको को कॉल करते हैं।इसके बाद उनसे गिफ्ट कार्ड औप क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से पैसा प्राप्त कर ठगी करते हैं।


डीसीपी नोएडा ने बताया कि ये कॉल सेंटर रात में काम करता था।एक रात में 30 से 35 लोगों से ठगी की जा रही थी। पुलिस ने छापे के दौरान जिन लोगों को गिरफ्तार किया है उसमें ज्यादातर काम करने वाले लोग नार्थईस्ट के रहने वाले हैं. क्योंकि चूंकि नार्थ ईस्ट के लोगों की अंग्रेजी में अच्छी पकड़ होती है।इसके साथ ही उनके अंग्रेजी बोलने के लहजे से अमेरिकी नागरिक आसानी से झांसे में आ जाते है।पुलिस ने इनके विरूद्ध 420, 120बी और 66 आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है।