इंटरनेशनल क्लासिकल डांस फेस्टिवल में 200 कलाकारों ने बिखेरा भारतीय संस्कृति का रंग
राजधानी के लाजपत भवन ऑडिटोरियम में 8 वें इंटरनेशनल क्लासिकल डांस फेस्टिवल का भव्य आयोजन किया गया।
इंटरनेशनल क्लासिकल डांस फेस्टिवल में 200 कलाकारों ने बिखेरा भारतीय संस्कृति का रंग
राजधानी के लाजपत भवन ऑडिटोरियम में 8 वें इंटरनेशनल क्लासिकल डांस फेस्टिवल का भव्य आयोजन किया गया। नृत्यांजली स्कूल ऑफ ओडिसी व फोक डांस द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न राज्यों से आए लगभग 200 कलाकारों ने मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। इनमें कथक, कुचिपुड़ी, भरतनाट्यम,कथकली, ओडिसी , मोहिनीअट्टम आदि जैसे विभिन्न कलाओं प्रस्तुतियों ने सदन को भारतीय संस्कृति व विरासत के रंग से सराबोर कर दिया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पद्मश्री नलिनी अस्थाना , पद्मश्री कमलिनी अस्थाना और वरिष्ठ पत्रकार व कवि अभिमन्यु पाण्डेय ' आदित्य' उपस्थित रहे।
इस दौरान नृत्यांजली के अध्यक्ष गुरु समारू मेहर ने सभी मेहमानों का स्वागत किया और सोविनियर का विमोचन किया।
इस अवसर पर पद्मश्री नलिनी- कमलिनी ने सभी कलाकारों की जमकर तारीफ की और कहा कि क्लासिकल डांस की विधा हमारी भारतीय संस्कृति की अनमोल विरासत है। ये अपने आप में एक पूजा है। इसे संजोकर रखना नई पीढ़ी की ज़िम्मेदारी है। वहीं अभिमन्यु पाण्डेय 'आदित्य' ने भी सभी प्रस्तुतियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति और अध्यात्म की संवाहक ऐसी कलाओं के प्रति समाज की ज़िम्मेदारी है। आज इस विरासत को पूरा विश्व अपना रहा है।
कार्यक्रम में सभी कलाकारों को सम्मानित किया गया। अंत में संस्था की पदाधिकारी बरूनी मेहर ने सभी का धन्यवाद किया।