सिकंदराबाद में पटाखों पर प्रतिबंध: लोहे की बनी पटाखा फोड़ नाल कर रहा करेज

सिकंदराबाद। वायु प्रदुषण के दुष्परिणामों को भुगत रहे नागरिकों की हिफाजत के लिए आतिशबाजी पर रोक लगाकर हरित पटाखे छोडने का फरमान जारी किया गया हैं,

सिकंदराबाद में पटाखों पर प्रतिबंध: लोहे की बनी पटाखा फोड़ नाल कर रहा करेज

सोनू सैनी (सिकंदराबाद)

सिकंदराबाद। वायु प्रदुषण के दुष्परिणामों को भुगत रहे नागरिकों की हिफाजत के लिए आतिशबाजी पर रोक लगाकर हरित पटाखे छोडने का फरमान जारी किया गया हैं, ताकि वायु गुणवत्ता के प्रति घोर निराशा के मंजर पर रोक लगाई जा सके। लेकिन सिकन्द्राबाद में आदेशों को धत्ता बताते हुए दीपावली पर लगे पटाखों के प्रतिबंध का खुलकर उल्लंघन किया जा रहा है।

सबसे दिलचस्प बात देखने को यह मिल रही थी कि नगर के अधिकांश इलाकों में एक लोहे की बनी पटाखा फोड़ कृत्रिम नाल में गंधक पोटाश का जमकर करेगे है और युवा जमकर खरीदारी कर रहे हैं। युवा नाल में गंधक पोटाश भरकर फोड़ते हैं जिसकी आवाज पटाखा बम से भी तेज आवाज होती। और को कानों को शून्य कर देती है। वही युवा नाल फोडते हुए अपने वीडियो, फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड करके लोगेां पर अपना रोब दिखाते है। 

आतिशबाजी पर रोक लगाकर हरित पटाखे छोडने का फरमान जारी किया गया था, ताकि वायु गुणवत्ता के प्रति घोर निराशा के मंजर पर रोक लगाई जा सके।वहीं क्षेत्राधिकार पूर्णिमा सिंह ने कहा है कि प्रशासन ने ग्रीन पटाखों को छोड़कर संयुक्त व लड़ी पटाखों सहित अन्य सभी प्रकार के पटाखों के निर्माण, बिक्री, और फोड़ने पर प्रतिबंध लगाया है । इसके अलावा आतिशबाजी प्रतिबंध रहेगा, क्योंकि इससे भारी वायु व ध्वनि प्रदूषण और ठोस अपशिष्ट की समस्या होती है।

इन आदेशों के तहत दिवाली त्योहार पर ग्रीन पटाखों की आतिशबाजी रात 8 बजे से रात 10 बजे तक की अवधि के लिए ही की जा सकेगी। आदेशों का पालन न करने या उल्लंघन करने कार्यवाही अमल में लाई जाएगी ।