विद्युत विभाग के अवर अभियंता को किया निलंबित मांगी थी दो लाख रुपये की रिश्वत

गाजियाबाद। बिजली चोरी और अनियमितता को रोकने के लिए की गई चेकिंग के दौरान कमी मिलने पर उपभोक्ता पर राजस्व निर्धारित के बजाय दो लाख रुपये की रिश्वत की मांग की गई।

विद्युत विभाग के अवर अभियंता को किया निलंबित मांगी थी दो लाख रुपये की रिश्वत

विद्युत विभाग के अवर अभियंता को किया निलंबित मांगी थी दो लाख रुपये की रिश्वत

गाजियाबाद। बिजली चोरी और अनियमितता को रोकने के लिए की गई चेकिंग के दौरान कमी मिलने पर उपभोक्ता पर राजस्व निर्धारित के बजाय दो लाख रुपये की रिश्वत की मांग की गई। इस मामले में आरोपित अवर अभियंता समरजीत को विद्युत निगम के अधीक्षण अभियंता ने सोमवार को निलंबित कर दिया है।

विद्युत वितरण मंडल के अधीक्षण अभियंता राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि अवर अभियंता समरजीत ने डासना स्थित उस्मान कॉलोनी में रहने वाले कासिम के घर बिजली चेकिंग की। उन्होंने चेकिंग कि रिपोर्ट पांच दिन बाद 19 दिसंबर को व्यक्तिगत रूप से रूप से प्रेषित की।20 दिसंबर तक इस प्रकरण को आरएमएस पोर्टल पर दर्ज नहीं किया। जबकि पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक के स्पष्ट आदेश हैं कि बिजली चोरी व अनियमितता के प्रकरण में 12 घंटे के भीतर आरएमएस पोर्टल पर जानकारी देनी है।

इसके बाद तीन दिन के अंदर आरोपित पर राजस्व निर्धारित करना है। ऐसा न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश हैं। अवर अभियंता ने प्रबंध निदेशक के निर्देशों का उल्लंघन किया। इस मामले में जांच की गई तो दो ऑडियो क्लिप मिली, जिसमें अवर अभियंता समरजीत द्वारा इस मामले का निस्तारण करने के लिए दो लाख रुपये की रिश्वत मांगी जा रही है।ऑडियो क्लिप मिलने के बाद इस मामले में अवर अभियंता के खिलाफ कार्रवाई करते हुए सोमवार को उनको निलंबित कर दिया गया। निलंबन के दौरान वह विद्युत उपकेंद्र डासना देहात से संबद्ध रहेंगे।

विद्युत निजीकरण के विरोध बिजली कर्मचारी एक जनवरी 2025 को काली पट्टी बांधकर कार्य करेंगे। उक्त जानकारी देते हुए विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के जिला संयोजक शेर सिंह त्यागी ने बताया कि यह निर्णय संघर्ष समिति की बैठक में लिया गया है। एक जनवरी को समस्त ऊर्जा निगम के बिजली कर्मचारी, संविदा कर्मी और अभियंता पूरे दिन काली पट्टी बांध कर काम करेंगे।यह भी निर्णय लिया गया कि 27 दिसंबर को गोरखपुर, 29 दिसंबर को झांसी और पांच जनवरी को प्रयागराज में बिजलीकर्मियों की पंचायत आयोजित की जाएंगी। इस संबंध में संघर्ष और विरोध जारी रखने के लिए बैठक आयोजित की गई।

इस बैठक में आलोक त्रिपाठी, अरशद अली, अभिमन्यु, अरुण नागर, ललित, योगेंद्र कुमार, अरविंद सूर्या, पंकज भारद्वाज, वाहिद अली, राज सिंह, धीरज त्यागी, विजय शर्मा आदि बताया कि भ्रामक आंकडे देकर भय का वातावरण बनाकर विद्युत वितरण निगमों के निजीकरण का निर्णय लिया जा रहा है।

निजीकरण के किसी भी स्वरूप को स्वीकार नहीं किया जाएगा। एक जनवरी को काला दिवस के रूप में मनाया जाएगा।