पीएम मोदी ने संसद के सेंट्रल हॉल में नेताजी सुभाष चंद्र बोस को दी श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान सदन के सेंट्रल हॉल मेंनेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।

पीएम मोदी ने संसद के सेंट्रल हॉल में नेताजी सुभाष चंद्र बोस को दी श्रद्धांजलि

पीएम मोदी ने संसद के सेंट्रल हॉल में नेताजी सुभाष चंद्र बोस को दी श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान सदन के सेंट्रल हॉल मेंनेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। आज सुभाष चंद्र बोस कीजयंती पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। वहीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र
मोदी समेत कई नेताओं ने सुभाष चंद्र बोस को नमन किया।लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह औरअन्य नेताओं ने भी संविधान सदन में नेताजी को पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान पीएम मोदी ने
बच्चों से बातचीत की और बच्चों ने जय हिंद; के नारे लगाए।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, पराक्रम दिवस के रूपमें मनाई जाने वाली नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर, मैं भारत माता के महानतम सपूतों में सेएक को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं। नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारत के स्वतंत्रता संग्राममें सबसे दृढ़ निश्चय और प्रेरक व्यक्तियों में से एक हैं। स्वतंत्रता के लिए उनके आह्वान ने लाखोंभारतीयों को स्वतंत्रता संग्राम में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिएनेताजी का अथक दृढ़ संकल्प और आज़ाद हिंद फ़ौज का उनका साहसी नेतृत्व भारतीयों की पीढ़ियोंको प्रेरित करता रहेगा।

वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, पराक्रम दिवस पर मैं नेताजी सुभाष चंद्र बोसको श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनका योगदान अद्वितीय है। वे साहसऔर धैर्य के प्रतीक थे। उनका विजन हमें प्रेरित करता रहता है, क्योंकि हम उनके सपनों का भारतबनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।

23 जनवरी, 1897 को कटक ओडिशा में जन्मे नेताजी सुभाष चंद्र बोस देशभक्ति और साहस के एकमहान प्रतीक हैं। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के अमूल्य योगदान केसम्मान में भारत सरकार ने 2021 में उनके जन्मदिन को ;पराक्रम दिवस के रूप में घोषित किया।

यह दिन उनकी विरासत का सम्मान करने और नागरिकों, विशेषकर युवाओं को उनकी बहादुरी औरराष्ट्रीय गौरव का अनुकरण करने के लिए प्रोत्साहित करने का कार्य करता है।पहला पराक्रम दिवस 2021 में कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल हॉल में मनाया गया, इसके बाद2022 में इंडिया गेट पर नेताजी की एक होलोग्राफिक प्रतिमा का उद्घाटन किया गया था।