स्कूल की शर्तों पर कैब चालकों में रोष

नई दिल्ली, 03 जुलाई राजधानी के कुछ स्कूल बच्चों के ट्रांसपोर्ट को लेकर कड़ी शर्तें लगा रहे हैं, जिसे लेकर कैब चालकों में रोष है। शर्तों में चालकों से उनका चिकित्सकीय मानसिक प्रशिक्षण टेस्ट मांगा जा रहा है,

स्कूल की शर्तों पर कैब चालकों में रोष

नई दिल्ली, 03 जुलाई  राजधानी के कुछ स्कूल बच्चों के ट्रांसपोर्ट को लेकर कड़ी शर्तें लगा रहे हैं, जिसे
लेकर कैब चालकों में रोष है।

शर्तों में चालकों से उनका चिकित्सकीय मानसिक प्रशिक्षण टेस्ट मांगा जा रहा है, वहीं
कुछ से पुलिस वेरिफिकेशन कराने कहा जा रहा है।

ताजा मामला प्रशांत विहार इलाके के एक स्कूल का है, जिसे
लेकर स्कूल ट्रांसपोर्ट एकता यूनियन ने आंदोलन की चेतावनी दी है।


एसोसिएशन का आरोप है कि स्कूल मनमाने ढंग से दबाव बना रहा है। अगर पुलिस वेरिफिकेशन करानी है तो
उसके लिए जरूरी है कि स्कूल पत्र लिखकर दे, लेकिन वे ऐसा नहीं कर रहे।

साथ ही अभिभावक चाहते हैं कि बच्चे
कैब से जाएं, लेकिन स्कूल मनमाने ढंग से उन पर दबाव बना रहा है।


यूनियन के अध्यक्ष रामचंद्र का कहना है कि हम सभी शर्तें पूरी करने को तैयार हैं। हमने ड्राइवरों का मानसिक
टेस्ट कराकर रिपोर्ट सौंप दी है। आधार भी जमा करा दिया है। अब कहा जा रहा है कि पुलिस वेरिफिकेशन कराओ।


उसके लिए भी ड्राइवर तैयार हैं, लेकिन उसके लिए स्कूल प्रबंधक लिखकर देने को तैयार नहीं है। नियम है कि
अगर किसी संस्था को सत्यापन कराना है तो वह पुलिस अधिकारी के नाम से लेटर पैड पर लिखकर देता है।


उन्होंने कहा कि दरअसल, इसके पीछे कैब चालकों को परेशान करने की नीयत है, जिससे हम स्कूल से बच्चों को
कैब से लेकर न जाएं

स्कूल प्रति बच्चा 4200 रुपये प्रति महीना ट्रांसपोर्टेशन शुल्क चार्ज लगाता है, जबकि कैब
चालक दो हजार से 2500 रुपये लेते हैं।