तेज आंधी के कारण कार पर पेड़ गिरने से कार चालक की हुई दर्दनाक मौत
बढ़ापुर : मंगलवार की रात आई तेज आंधी के कारण बढ़ापुर- रामजीवाला रोड़ पर चलती कार पर पेड़ गिरने से हुए भीषण हादसे में कार में सवार दो लोगों में से एक की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई जबकि कार मे दबे दूसरे व्यक्ति को खेत पर मौजूद किसानों ने किसी तरह कार से बाहर निकाल कर जान बचाई।
बढ़ापुर : मंगलवार की रात आई तेज आंधी के कारण बढ़ापुर- रामजीवाला रोड़ पर चलती कार पर पेड़ गिरने से हुए भीषण हादसे में कार में सवार दो लोगों में से एक की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई
जबकि कार मे दबे दूसरे व्यक्ति को खेत पर मौजूद किसानों ने किसी तरह कार से बाहर निकाल कर जान बचाई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव रामजीवाला निवासी मौलाना मो० मुजम्मिल (35 वर्ष ) पुत्र सलामा अपनी वैगन आर कार से ग्राम प्रधान मो० अख्तर के साथ मंगलवार की दोपहर को किसी काम से नगीना गए थे।
रात को जब दोनों वापस अपने गांव लौट रहे थे तब बढ़ापुर से गांव रामजीवाला जाते समय करीब पौने दस बज़े तेज आंधी और बारिश शुरू हो गई।तेज आंधी के कारण गूला नदी से करीब 100 मीटर की दूरी पर सड़क किनारे खड़ा बरगद का एक
विशालकाय पेड़ चलती कार पर आ गिरा। कार पर पेड़ गिरने की आवाज सुनकर घटनास्थल के समीप खेत पर मौजूद किसान प्रीतम सिंह उर्फ पप्पू, बबलू कश्यप,शेर सिंह, गुड्डू, जयसिंह, किरनपाल आदि ने तुरंत ही मौके पर पहुंचकर कार में सवार लोगों
को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाते हुए गांव रामजीवाला के लोगों को फोन पर हादसे की सूचना दी।कार की छत पर पेड़ गिरने से कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी
और दोनों लोग उसमें फंसे हुए थे। कई कुंतल वजन का पेड़ रेस्क्यू अभियान में लगे किसानों से हिल नहीं पा रहा था जिसके चलते कार मे दबे लोगों की जान बचा पाना मुश्किल हो रहा था।
किसी तरह कार की खिड़की तोड़कर किसानों ने ग्राम प्रधान मो० अख़्तर को सकुशल बाहर निकाल लिया था।
इसी बीच हादसे की सूचना मिलते ही दर्जनों ग्रामीण रामजीवाला से आंधी तूफान में ही घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। और सभी ने मिलकर कार चालक मौलाना मो० मुजम्मिल को बाहर निकालने का प्रयास किया।
किंतु उनका प्रयास सफल नहीं हो पाया। बाद में जेसीबी मंगाकर कार की छत से पेड़ को हटा कर मौलाना को रात 11 बजे कार से बाहर निकाला गया परंतु तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
मृतक गांव रामजीवाला स्थित मरहूम नकाबपोश के मदरसे में पढ़ाते थे।अचानक हादसे में हुई उनकी मौत से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। मृतक अपने पीछे पत्नी और 3 मासूम बच्चों को रोता - बिलखते छोड़ गया।