मात्र बेलपत्र जल चढ़ाने से प्रसन्न हो जाते हैं भोलेनाथ आचार्य दिनेश पांडे

पुरुषोत्तम मास में शिव महापुराण कथा के पांचवे दिन सुबह का पंचांग पीठ पूजन रुद्राभिषेक दिनेश गोयल आशु गुप्ता द्वारा किया गया व्यासपीठ पूजन सत्येंद्र शर्मा सुधा शर्मा द्वारा किया गया व्यासपीठ पूजन उपरांत व्यास जी दिनेश चंद पांडे जी ने शिव महापुराण मैं दिए गए वर्णन में कहां भगवान शंकर बेलपत्र एवं जल चढ़ाने से ही प्रसन्न हो जाते हैं

मात्र बेलपत्र जल चढ़ाने से प्रसन्न हो जाते हैं भोलेनाथ आचार्य दिनेश पांडे

पुरुषोत्तम मास में शिव महापुराण कथा के पांचवे दिन सुबह का पंचांग पीठ पूजन रुद्राभिषेक दिनेश गोयल आशु गुप्ता द्वारा किया गया व्यासपीठ पूजन सत्येंद्र शर्मा सुधा शर्मा द्वारा किया गया

व्यासपीठ पूजन उपरांत व्यास जी दिनेश चंद पांडे जी ने शिव महापुराण मैं दिए गए वर्णन में कहां भगवान शंकर बेलपत्र एवं जल चढ़ाने से ही प्रसन्न हो जाते हैं बेलपत्र एवं जल भगवान शंकर को अत्यंत प्रिय है बेलपत्र साक्षात शिव स्वरूप है सभी तीर्थों का वास

बेलपत्र के अंदर होता है भगवान शिव का प्रसाद नवेद सभी को ग्रहण करना चाहिए शिवप्रसाद नवेद परम पवित्र पाप नाशक और मोक्ष दायक होता है जो शिव दीक्षित है

उनका तो प्रसाद ग्रहण करना परम धर्म  है ही क्योंकि बिना प्रसाद ग्रहण किए शिव पूजा पूर्ण नहीं होती शिव नवेद को देखते ही पाप दूर भाग जाते हैं तथा पुण्य का उदय हो जाता है

यदि कोई व्यक्ति अन्य देवता से दीक्षित है जैसे वैष्णव हो और भगवान शिव में आस्था रखता हो जो भगवान शिव का प्रसाद ग्रहण करता है तो यह प्रसाद उसको चंद्रायण व्रत के समान फल प्रदान करने वाला होता है उपस्थित महिलाएं बच्चे व पुरुष श्रद्धालु बड़े श्रद्धा

भाव के साथ श्रावण मास में शिव महापुराण कथा का भाव विभोर होकर श्रवण कर रहे हैं इस अवसर पर राकेश जैन सभासद नगर

पालिका राम सुरेश ठेकेदार जग रोशन हरिशंकर अग्रवाल अध्यक्ष ब्रह्म गोयल एवं कार्यक्रम का संचालन डॉ दीपक गौतम द्वारा किया गया