स्पॉ सेंटर में देह व्यापार के लिए वेतन पर रखी गई थीं महिलाएं

नई दिल्ली, बाहरी जिला स्पेशल स्टाफ ने स्पॉ सेंटर की आड़ में चल रहे देह व्यापार गिरोह का खुलासा किया है। पुलिस ने मामले में छह महिलाओं समेत दस लोगों को गिरफ्तार किया है।

स्पॉ सेंटर में देह व्यापार के लिए वेतन पर रखी गई थीं महिलाएं

नई दिल्ली,  बाहरी जिला स्पेशल स्टाफ ने स्पॉ सेंटर की आड़ में चल रहे देह व्यापार गिरोह
का खुलासा किया है।

पुलिस ने मामले में छह महिलाओं समेत दस लोगों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह एक
साल से सक्रिय था। मौके पर पकड़ी गई

स्पॉ की मालकिन ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि वह युवतियों को
दस हजार रुपये प्रति महीने के वेतन पर देह व्यापार के लिए रखती थी।


डीसीपी समीर शर्मा ने बताया कि स्पेशल स्टाफ के एसआई अंकित अंतिल को रविवार को सूचना मिली थी कि
पश्चिम विहार स्थित एआरएसएस मॉल की तीसरी मंजिल पर देह व्यापार हो रहा है। इस जानकारी के आधार पर


स्पेशल स्टाफ इंस्पेक्टर अजमेर सिंह की देखरेख में एसआई अंकित अंतिल की टीम गठित की गई। इंस्पेक्टर
अजमेर सिंह के हस्ताक्षर वाले नोट लेकर एक हेड कांस्टेबल को नकली ग्राहक बनाकर स्पॉ में भेजा गया। उसके


पीछे पीछे एसआई अंकित अंतिल को भेजा गया। जैसे ही हेड कांस्टेबल से कर्मचारी ने नोट लिए, एसआई ने इशारा
किया और पुलिस टीम ने स्पॉ में छापा मारा। पुलिस ने मौके से प्रकाश, मयंक, अनवर और इंद्रपाल को गिरफ्तार


कर लिया। साथ ही छह महिलाओ को भी पुलिस ने पकड़ लिया, जिसमें स्पॉ की मालकिन भी शामिल है।


पुलिस पूछताछ के दौरान सेक्स रैकेट चलाने वाली महिला ने बताया कि बेहद गरीब घर में पैदा हुई और पढ़ी लिखी
भी नहीं थी। जिंदगी चलाने के लिए वह सेक्स वर्कर के रूप में काम करने लगी। अच्छी कमाई होने पर उसने


अपना सेक्स रैकेट चलाने का फैला किया। इसके लिए उसने स्पा सेंटर की शुरुआत की। महिला ने बताया कि उसने


कुछ और सेक्स वर्कर्स को मंथली सैलरी पर रखा था। सेक्स वर्कर्स को 10 हजार रुपए मंथली सैलरी दी जाती थी।
कुछ एजेंट भी रखे गए थे जो ग्राहकों को बुलाकर लाते थे। इन्हें प्रति दिन 200-300 रुपए दिए जाते थे।