लाखों रूपये खर्च कर बना पंचायत भवन में पड़ा ताला क्यों? -धरातल से काफी दूर सिर्फ कागजों पर बनायी जा रही रोड

सीतापुर। जिले के हरगांव विकास खण्ड क्षेत्रान्तर्गत एक गांव में ग्राम प्रधान व सचिव के द्वारा लाखों रूपये खर्च कर बनाया गया पंचायत भवन अव्यवस्था का शिकार होकर अपूर्ण स्थिति में अपनी दुर्दशा पर आंशू बहाते हुए ताले में कैद होकर रह गया है।

लाखों रूपये खर्च कर बना पंचायत भवन में पड़ा ताला क्यों? -धरातल से काफी दूर सिर्फ कागजों पर बनायी जा रही रोड

सीतापुर। जिले के हरगांव विकास खण्ड क्षेत्रान्तर्गत एक गांव में ग्राम प्रधान व सचिव के द्वारा लाखों रूपये खर्च कर बनाया गया पंचायत भवन अव्यवस्था का शिकार होकर अपूर्ण स्थिति में अपनी दुर्दशा पर आंशू बहाते हुए ताले में कैद होकर रह गया है।


   वहीं ग्राम प्रधान व सचिव सिर्फ कागजों पर ही ग्राम पंचायत में संपर्क मार्गों का निर्माण करते आ रहे है जमीन पर नहीं ।


   प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के हरगांव विकास खण्ड क्षेत्रान्तर्गत ग्राम फत्तेपुर मीराबेहड़ में  उत्तर प्रदेश सरकार की मंशानुरूप लाखों रूपये खर्च कर पंचायत भवन का निर्माण कराया गया जो अभी तक अपूर्ण स्थिति में है । शासन के लाख दिशा निर्देशों के बावजूद अभी तक पंचायत भवन से आम जनता को कोई भी सुविधा मिल नहीं पा रही है।क्योंकि इसमें ताला लगाकर बंद कर दिया गया।ऐसा क्यों ?इसका जवाब न तो ग्राम प्रधान के पास है और न ही ग्राम पंचायत अधिकारी के पास।इसी तरह ग्राम प्रधान के द्वारा पेंटेन रोड से राजाराम के खेत तक सम्पर्क मार्ग का निर्माण दिखाया गया जो सिर्फ कागजों पर है जमीनी हकीकत में नही।

ग्राम प्रधान ने इसमें कागज पर चौदह श्रमिक चलने की बात अपने मस्टर रोल में दिखाई है अब प्रश्न यह उठता है कि जब रोड बनी ही नहीं,तो श्रमिक चले कैसे?यह ग्राम प्रधान व सचिव के द्वारा किया गया नायाब तरीके का भृष्टाचार है।प्रशासनिक अधिकारी कान आंख मूंद कर बैठे है।यह सब कमीशनबाजी का खेल है।