पचास से ज्यादा बसें वर्कशाप में फांक रहीं धूल महाकुंभ में कैसे जाएंगी?
गाजियाबाद। एक तरफ परिवहन निगम गाजियाबाद रीजन की 600 बसों को कुंभ मेले में भेजने की तैयारी कर रहा है।
पचास से ज्यादा बसें वर्कशाप में फांक रहीं धूल, महाकुंभ में कैसे जाएंगी?
गाजियाबाद। एक तरफ परिवहन निगम गाजियाबाद रीजन की 600 बसों को कुंभ मेले में भेजने की तैयारी कर रहा है। वहीं, दूसरी ओर केवल साहिबाबाद व कौशांबी डिपो की 50 से अधिक बसें खराब पड़ी हुई हैं। मुख्यालय के आदेश के बाद अगर इन बसों को समय रहते ठीक नहीं कराया गया है। इससे महाकुंभ में बसों का संचालन कैसे होगा।
गाजियाबाद रीजन के साहिबाबाद, कौशांबी, गाजियाबाद, लोनी, हापुड़, खुर्जा, सिकंदराबाद व खुर्जा से निगम की कुल करीब 746 बसों का संचालन होता है। इन्हीं में से महाकुंभ के लिए बसें भेजी जानी हैं। महाकुंभ में जाने से पहले यदि खराब बसों को ठीक नहीं कराया गया तो समस्या और ज्यादा बढ़ जाएगी।आठ डिपो में करीब सौ बसें ही बचेंगी। इससे यात्रियों की परेशानी बढ़ेगी। अगर खराब बसें भी ठीक हो जातीं तो थोड़ी राहत मिल सकती थी। लेकिन अधिकारियों की लापरवाही बसें वर्कशाप में धूल फांक रही हैं। साहिबाबाद डिपो में 30 से अधिक बसें मेंटेनेंस के लिए खड़ी हुई हैं।
वहीं, कौशांबी डिपो में करीब 20 बस खड़ी हुई हैं।महाकुंभ से पहले जिले को 100 सीएनजी व 38 ई-बसें मिलनी थी। शासन से भी बसें अलाट हो चुकी हैं, लेकिन अभी तक भी बसें नहीं मिल सकी हैं।
इससे परेशानी और ज्यादा बढ़ जाएगी। जबकि अधिकारियों का कहना था कि दिसंबर से बसें आनी शुरू हो जाएंगी। अभी तक एक भी बस गाजियाबाद रीजन को नहीं मिली है।विभिन्न शहरों के लिए संचालित बसें ऐसी हैं, जिनके इंडिकेटर खराब हैं, शीशे टूटे हुए हैं, रिफ्लेक्टर टैप नहीं है। इन्हें अभी तक ठीक नहीं कराया गया है। जबकि मुख्यालय से बीते माह बसों की कमियों को दूर करने के लिए पत्र जारी किया जा चुका है।
महाकुंभ मेला शुरू होने से पहले रोडवेज बसों में चालकों की कमियों को भी दूर किया जाना था। संविदा पर भर्ती होनी थी, लेकिन अभी तक जरूरत के हिसाब से भर्ती नहीं की गई है। गाजियाबाद रीजन में अभी 150 से अधिक चालकों की कमी हैं।अकेले कौशांबी डिपो बस अड्डे से प्रदेशभर के शहरों के लिए रोजाना 30 से 40 हजार यात्री सफर करते हैं।
बस नहीं आने पर इन यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। अधिकारियों का कहना है कि बसों की संख्या कम होने पर समय बढ़ा दिया जाएगा।