स्कूल को 48 घंटे में बम से उड़ाने की धमकी से हड़कंप

नोएडा।सेक्टर-126 स्थित लोटस वैली इंटरनेशनल स्कूल को 48 घंटे के अंदर 20 बम से उड़ाने की धमकी का ई-मेल मिला। परिसर के हर हिस्से में बम लगाने की बात कही गई।

स्कूल को 48 घंटे में बम से उड़ाने की धमकी से हड़कंप

स्कूल को 48 घंटे में बम से उड़ाने की धमकी से हड़कंप

नोएडा।सेक्टर-126 स्थित लोटस वैली इंटरनेशनल स्कूल को 48 घंटे के अंदर 20 बम से उड़ाने की धमकी का ई-मेल मिला। परिसर के हर हिस्से में बम लगाने की बात कही गई। प्रबंधन की सूचना पर शुक्रवार सुबह पहुंची पुलिस ने आनन-फानन में स्कूल को खाली कराया और करीब एक घंटे तक सघन जांच की। स्कूल में किसी प्रकार की आपत्तिजनक वस्तु बरामद नहीं होने पर पुलिस और स्कूल प्रबंधन ने राहत की सांस ली। एसीपी प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि किसी ने लोटस वैली इंटरनेशनल स्कूल को गुरुवार रात 12 बजे के करीब अगले 48 घंटे में बम से उड़ाने की धमकी भरा ई-मेल किया।

शुक्रवार सुबह नौ बजे स्कूल खुलना था। स्टाफ 45 मिनट पहले ही पहुंच गया। प्रबंधन ने जब स्कूल की ई-मेल आईडी खोली तो अज्ञात व्यक्ति द्वारा भेजे गए ई-मेल में स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी थी। इसके बाद तुरंत इसकी सूचना नजदीकी थाने की पुलिस को दी गई। संबंधित अधिकारियों को भी घटना से अवगत कराया गया। सूचना मिलने के महज बीस मिनट के भीतर पुलिस की टीमें स्कूल परिसर में पहुंच गईं और जांच अभियान शुरू किया। इस दौरान स्कूल प्रबंधन ने विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को स्कूल न आने का मैसेज भेजा। अभिभावकों को कॉल भी की गई। ऐसे में कुछ ही बच्चे स्कूल तक पहुंच पाए। उन्हें बाद में बस से घर वापस भेज दिया गया।

बम निरोधक दस्ता भी स्कूल पहुंचा और डॉग स्क्वॉड के साथ अभियान चलता रहा। स्कूल परिसर के सभी हिस्से की तलाशी ली गई। बीडीएस यूनिट द्वारा जब परिसर में बम न होने का दावा किया गया, तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली। बम की सूचना पूरी तरह से फर्जी निकली। डीसीपी रामबदन सिंह ने बताया कि इस तरह के हॉक्स ई-मेल में आरोपी वीपीएन (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) का इस्तेमाल करता है। ऐसे नेटवर्क बाहर के होते हैं। विदेशों में सेटअप के कारण इनकी डिटेल मिलना मुश्किल होता है। ई-मेल की जांच के लिए तीन सदस्यीय साइबर टीम गठित कर दी गई है। यह ई-मेल कहां से आया, इसकी जानकारी की जा रही है।

पहले भी स्कूलों को धमकी मिल चुकी

कुछ माह पहले ही सेक्टर-30 स्थित डीपीएस स्कूल समेत कई स्कूलों को ई-मेल के जरिए बम होने की सूचना मिली थी। इसके बाद स्कूल खाली करा लिए गए थे। बीते दिनों ग्रेटर नोएडा के एक स्कूल में बम होने की सूचना का ई-मेल भेजा गया था। इस तरह की धमकी कौन दे रहा है, आज तक पता नहीं चल पाया है। हालांकि, इससे अभिभावकों, बच्चों और स्कूल प्रबंधन को काफी परेशानी होती है।

इस घटना के बाद से अभिभावकों में डर का माहौल है। वे बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और प्रशासन से इस तरह की घटनाओं पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। साथ ही, स्कूलों से सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने और सतर्क रहने का आग्रह किया गया है।

बचाव के लिए जारी किए गए दिशा-निर्देश:

किसी बाहरी व्यक्ति का स्कूल में प्रवेश रोकने के लिए व्यवस्था की जाए। स्कूल में जहां बम छिपाने की आशंका हो, वहां से अनावश्यक वस्तुओं को हटाया जाए। भगदड़ न हो, इसके लिए निकास व प्रवेश अलग-अलग हो। स्कूल इमारत का ले-आउट हमेशा तैयार रहे, ताकि इमरजेंसी में उसे पुलिस, अग्निशमन विभाग, एनडीआरएफ व बचाव दल के साथ साझा किया जाए। सीसीटीवी की मदद से निगरानी व केन्द्रीयकृत अलार्म प्रणाली स्थापित की जाए। पुलिस के साथ स्कूल मॉकड्रिल समय-समय पर की जाए। पुलिस और स्कूल प्रबंधन की मीटिंग हर माह आयोजित की जाए।

क्या है साइबर अपराधियों का मकसद:

विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की धमकियां अक्सर साइबर अपराधियों द्वारा ध्यान आकर्षित करने, दहशत फैलाने या किसी बड़ी साजिश का हिस्सा होती हैं। ज्यादातर मामलों में ऐसी सूचनाएं फर्जी ही होती हैं, पर कई बार देश दुनिया में यह सच भी हो जाती है। ऐसे में पुलिस और प्रशासन सूचना मिलने के बाद पूरी सक्रियता से चेकिंग अभियान चलाता है। शुक्रवार को जो मेल स्कूल को प्राप्त हुआ इसकी भी जानकारी नहीं हो पाई है। नोएडा पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए जांच तेज कर दी है।

स्कूल में बम होने की सूचना मिलने के बाद सघन जांच अभियान चलाया गया। एक घंटे की जांच के बाद बम की सूचना झूठी निकली। ई-मेल के बारे में जानकारी जुटाने के लिए साइबर टीम को लगाया गया है। ई-मेल के बारे में कई अहम जानकारी मिल गई हैं।

-प्रवीण कुमार सिंह, एसीपी प्रथम, नोएडा

12:00 बजे गुरुवार रात किसी ने स्कूल की आईडी पर बम रखने का ई-मेल भेजा

8:15 बजे शुक्रवार सुबह स्कूल प्रबंधन ने ई-मेल को देखा और पुलिस की सूचना दी

8:40 बजे पुलिस की टीमें बम निरोधक दस्ते के साथ पहुंचीं और जांच शुरू की

9:40 बजे तक पुलिस ने जांच की और कोई संदिग्ध वस्तु परिसर में नहीं मिली