प्रियावल्लभ कुंज में अष्ट-दिवसीय श्रीराधा जन्म महोत्सव 4 सितम्बर से

वृन्दावन।छीपी गली स्थित ठाकुर प्रियावल्लभ कुंज में श्रीहित उत्सव चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में अष्ट-दिवसीय श्रीराधा जन्म महोत्सव का आयोजन दिनांक 4 से 11 सितम्बर 2024 पर्यंत विभिन्न धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ आयोजित किया गया है।

प्रियावल्लभ कुंज में अष्ट-दिवसीय श्रीराधा जन्म महोत्सव 4 सितम्बर से

प्रियावल्लभ कुंज में अष्ट-दिवसीय श्रीराधा जन्म महोत्सव 4 सितम्बर से

वृन्दावन।छीपी गली स्थित ठाकुर प्रियावल्लभ कुंज में श्रीहित उत्सव चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में अष्ट-दिवसीय श्रीराधा जन्म महोत्सव का आयोजन दिनांक 4 से 11 सितम्बर 2024 पर्यंत विभिन्न धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ आयोजित किया गया है।जानकारी देते हुए मीडिया प्रभारी डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने बताया है कि मन्दिर के सेवायत आचार्य विष्णुमोहन नागार्च (बाबूजी) की पावन अध्यक्षता में आयोजित होने वाले इस महोत्सव का शुभारंभ 4 सितम्बर को प्रातः 7 बजे श्रीराधावल्लभीय सम्प्रदायाचार्य टिकैत अधिकारी श्रीहित मोहित मराल गोस्वामी ध्वजारोहण करके करेंगे।तत्पश्चात ठाकुर श्रीराधावल्लभ मंदिर के समाज मुखिया राकेश दुबे महाराज के द्वारा मंगलगान किया जाएगा। सायं 5 बजे से आचार्य स्वरूपों की पधरावनी का आयोजन होगा।


महोत्सव के अंतर्गत नित्य दोपहर 2 से सायं 6 बजे तक  प्रख्यात भागवताचार्य श्रीहित रसिक वल्लभ नागार्च अपनी सरस वाणी के द्वारा सभी भक्तों-श्रद्धालुओं को श्रीमद्भागवत की अमृतमयी कथा का रसपान कराएंगे।इसके अलावा नित्य प्रातः 6 बजे से श्रीहित वाणी, श्रीराधा सुधा निधि,श्रीहित चतुरासी,श्रीहित सेवक वाणी व श्रीहित परमानंद वाणी आदि के सस्वर संगीतमय पाठ होंगे।7 से 9 सितंबर पर्यन्त रात्रि 8 बजे से प्रख्यात रासाचार्य स्वामी अमीचंद शर्मा के निर्देशन में नित्य रासलीला का अत्यंत नयनाभिराम व चित्ताकर्षक मंचन किया जायेगा।


8 से 10 सितंबर पर्यन्त पूर्वाह्न 10 बजे से डॉ. श्याम बिहारी खंडेलवाल व डॉ. जयेश खंडेलवाल की मुखियाई में मंगल बधाई समाज गायन होगा।10 सितम्बर को अपरान्ह 3:30 बजे से संत-विद्वत सम्मेलन व सम्मान समारोह आयोजित किया गया है।जिसमें " श्रीहित परमानंद महाराजजी की रचनाओं का विश्लेषण" विषय पर संतों व विद्वानों के व्याख्यान होंगे। साथ ही परम् विदुषी विष्णुप्रिया गोस्वामी को "हित निधि सम्मान" एवं प्रख्यात पांडुलिपि विद् ब्रजेंद्र सिंघल (दिल्ली)   को "श्रीहित परमानंद सम्मान" से अलंकृत किया जाएगा।


सायं 7:30 बजे से पुरुषोत्तम शाह अलवेली सखी के द्वारा ढांढ़ी-ढांढ़िंन नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। 11 सितंबर को प्रातः 4 बजे से प्रख्यात गायक विनोद शर्मा के द्वारा दाई बधाई गायन किया जायेगी।तत्पश्चात प्रात: 6 बजे जन्म मंगला आरती होगी।इसके अलावा पूर्वाह्न 9 बजे से श्रीजी की श्रृंगार आरती के दर्शन होंगे।साथ ही विभिन्न रसिक मंडलियों के द्वारा बधाई गायन एवं दधिकांदा आदि के आयोजन होंगे।मध्याह्न 1 बजे से संत ब्रजवासी वैष्णव सेवा एवं वृहद भंडारा आयोजित होगा।


मन्दिर के अंगसेवी आचार्य श्रीहित ललित वल्लभ नागार्च ने सभी सभी भक्तों-श्रद्धालुओं से इस महोत्सव में उपस्थित होने का आग्रह किया है।

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