जी-20 सम्मेलन चांदनी चौक की जलेबी का स्वाद नहीं भूल पाएंगे मेहमान
जी-20 सम्मेलन को लेकर पुरानी दिल्ली के खाने-पीने और खरीदारी के लिए मशहूर इलाकों में भी तैयारियां चल रहीं हैं।
जी-20 सम्मेलन को लेकर पुरानी दिल्ली में तैयारी
जी-20 सम्मेलन को लेकर पुरानी दिल्ली के खाने-पीने और खरीदारी
के लिए मशहूर इलाकों में भी तैयारियां चल रहीं हैं। चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री के चेयरमैन बृजेश गोयल
का कहना है कि मेहमानों को मशहूर जलेबी खिलाएंगे। दुकानों के बाहर बोर्ड लगाकर मेहमानों को
आमंत्रित किया जा रहा है। व्यापारी चाहते हैं कि उनके यहां अमेरिका और चीन के राष्ट्रपति आएं। और
यहां की जलेबी से लेकर छोले भटूरे का स्वाद चखें।
बृजेश गोयल का कहना है कि व्यापारियों के साथ मिलकर हम कैंपेन चला रहे हैं। जिसमें अतिथियों को
बाजार में आने और लजीज व्यंजन को चखने का आह्वान किया जा रहा है। चांदनी चौक की एक पूरी
गली पराठे वालों के नाम से प्रसिद्ध है। तो जलेबी-कचौड़ी, छोले-भटूरे, भल्ले-पापड़ी की भी कई मशहूर
दुकानें हैं। इनके बाहर होर्डिंग लगाए जा रहे हैं अतिथियों के स्वागत में पोस्टर और स्टिकर बनावाए गये
हैं। जिसे चांदनी चौक की मुख्य सड़क पर स्थित मशहूर दुकानों पर लगाए जाएंगे।
दुनियाभर के राष्ट्राध्यक्षों के साथ अन्य मेहमान भी आएंगे। 7 सितंबर से सभी का आना शुरू हो जाएगा
और 10 सितंबर तक दिल्ली में रुकेंगे। दिल्ली में कई ऐतिहासिक इमारतें हैं गालिब की हवेली है, जामा
मस्जिद, फतेहपुरी मस्जिद, जैन लाल मंदिर, गौरीशंकर मंदिर, गुरुद्वारा शीशगंज और द सेंट्रल बैपटिस्ट
चर्च है, ट्रेडर्स को उम्मीद है कि विदेशी मेहमान दिल्ली के ऐतिहासिक बाजारों में घूमने-फिरने जरूर
आएंगे।
जलेबी का स्वाद नहीं भूल पाएंगे मेहमान: बृजेश ने गोयल ने ये भी कहा कि अभी तक संशय था कि
जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान चांदनी चौक बाजार बंद रहेगा या खुलेगा। लेकिन, नोटिफिकेशन से
साफ है कि नई दिल्ली को छोड़ कर बाकी दिल्ली के बाजार खुले रहेंगे। वहीं चांदनी चौक के मशहूर
जलेबी कारोबारी का कहना है कि मेहमानों के लिए विशेष जलेबी-रबड़ी बनेगी। अमेरिकी राष्ट्रपति जो
बाइडेन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग हमारी जलेबी का स्वाद जरूर लेने आएं।
इनका स्वाद और मेहमान नवाजी वो भूल नहीं पाएंगे।