दो लाख और कार नहीं मिलने पर विवाहिता को जहर देकर मारा

दहेज में दो लाख रुपये और कार नहीं मिलने पर ससुरालियों ने महिला को खाने में जहर देकर मार दिया। इस मामले में तहरीर के आधार पर पुलिस

दो लाख और कार नहीं मिलने पर विवाहिता को जहर देकर मारा

दहेज में दो लाख रुपये और कार नहीं मिलने पर ससुरालियों ने महिला
को खाने में जहर देकर मार दिया। इस मामले में तहरीर के आधार पर पुलिस ने पति सहित पांच लोगों
पर केस दर्ज कर लिया है। मां के मरने और पिता समेत ददिहाल वालों के जेल में होने पर चार माह की
बेटी की देखभाल कौन करेगा।


अजीमनगर थाना क्षेत्र के गांव ढक्का हाजीनगर निवासी विजय सिंह का कहना है कि उसने अपनी बेटी
शमा की शादी दो साल पहले कोतवाली थाना क्षेत्र के गांव रवन्ना निवासी सोनू से की थी। विजय ने
अपनी बेटी को शादी में काफी दान दहेज दिया था। शादी के कुछ समय के बाद से सुसरालियों ने उससे
दहेज में दो लाख रुपये और एक कार की मांग कर दी थी। मांग पूरी नहीं होने पर ससुराली उसके साथ
आए दिन मारपीट किया करते थे।

आरोप है कि 13 अप्रैल की रात ससुरालियों ने उसकी बेटी को खाने में जहर दे दिया। जानकारी मिलने
के बाद मायके वाले पहुंच गए और महिला को अस्पताल लेकर भागे लेकिन महिला ने रास्ते में ही दम
तोड़ दिया। सूचना के बाद पुलिस आ गई और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
उसकी मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।


मृतका के पिता की तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपी पति सोनू,ससुर गेंदनलाल, सास केलादेवी,देवर
सनी, ननद स्वाति के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। लोगों का कहना है कि एक आरोपी को पुलिस ने
हिरासत में ले लिया है।


मृतका की चार माह की बेटी की अब कौन करेगा देखभाल
मृतका शमा की एक चार माह की बेटी है बड़ा सवाल है कि अब उसकी देखभाल कौन करेगा। मृतका के
पिता का कहना है कि हंसी खुशी से दो साल पहले बेटी को विदा किया था, लेकिन यह उम्मीद नहीं थी
कि ससुराली दहेज की खातिर उसको मौत के घाट उतार देंगे।


12 अप्रैल को भी शमा से हुई थी मारपीट
मृतका शमा के परिजनों का कहना है,कि उसके ससुराल वाले दहेज के लिए उसको काफी परेशान किया
करते थे। 12 अप्रैल को भी उसने बताया था कि दहेज को लेकर मारपीट की गई। लेकिन, व्यस्त होने
कारण उससे मिलने कोई नहीं जा सका। उसको काफी समय से परेशान किया जा रहा था।

इससे पहले भी मृतका कई बार ससुरालियों द्वारा दहेज के लिए परेशान किए जाने की बात कह चुकी थी।