नोएडा सरफाबाद में स्थानीय पुलिस के संरक्षण में गांजा तस्कर माफियाओं का गिरोह कर रहा बड़े पैमाने पर अवैध गांजे की तस्करी

नोएडा थाना 113 क्षेत्र के ग्राम सरफाबाद में बड़े पैमाने पर गांजा तस्कर माफियाओं का गिरोह अवैध गांजे की तस्करी खुलेआम कर रहा है सवाल यह उठता है कि स्थानीय पुलिस को इसकी कैसे नहीं लगती है भनक, मीडिया सूत्रों द्वारा जानकारी मिली की रिंकू सेठ और मोनू नाम के गांजा तस्कर माफिया युवाओं से अवैध गांजे की तस्करी करा रहे हैं

नोएडा सरफाबाद में स्थानीय पुलिस के संरक्षण में गांजा तस्कर माफियाओं का गिरोह कर रहा बड़े पैमाने पर अवैध गांजे की तस्करी

आज का मुद्दा


 नोएडा थाना 113 क्षेत्र के ग्राम सरफाबाद में बड़े पैमाने पर गांजा तस्कर माफियाओं का गिरोह अवैध गांजे की तस्करी खुलेआम कर रहा है सवाल यह उठता है कि स्थानीय पुलिस को इसकी कैसे नहीं लगती है

भनक, मीडिया सूत्रों द्वारा जानकारी मिली की रिंकू सेठ और मोनू नाम के गांजा तस्कर माफिया युवाओं से अवैध गांजे की तस्करी करा रहे हैं, अवैध गांजे की तस्करी की शिकायत पुलिस प्रशासन में पहले भी कई बार की गई थी और खबर भी प्रकाशित हुई थी

जिसके बाद स्थानीय पुलिस ने मिलीभगत होने की वजह से मामले को दबाने के लिए छोटी मोटी कार्रवाई कर मामले को रफा-दफा कर दिया, 


स्थानीय लोगों ने जानकारी दी कि रिंकू यादव  उर्फ सेठ और मोनू युवा लड़कों को सैलरी के तौर पर अवैध गांजे की तस्करी कराते हैं, अगर किसी प्रकार से इनकी कोई शिकायत पुलिस प्रशासन में कर भी देता है तो उन पर कोई बड़ी कार्रवाई नहीं होती है, अगर

कोई तस्कर पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के दौरान जेल भी चला जाता है तो गैंग के मुख्य सरगना जेल से जमानत करवाने तक का लेते हैं टेंडर

, स्थानीय लोगों ने तस्कर माफियाओं के डर से कैमरे पर बोलने से डरते हुए कहा कि बड़े पैमाने पर हो रही तस्करी की वजह से नाबालिक बच्चे और युवा भी नशे का शिकार हो रहे हैं!

 सूत्रों ने यह भी बताया कि पुलिस द्वारा शिकायत पर तस्करों पर कार्रवाई कि जाने के बाद भी तस्कर अवैध गांजे के कारोबार के लिए बंद नहीं करते बल्कि कुछ दिनों के लिए सचेत हो जाते हैं,

 लोगों ने यह भी बताया कि तस्कर माफियाओं की राजनीति और प्रशासन में ऊंची पहुंच होने के कारण उन पर पुलिस कार्रवाई नहीं करती है आखिरकर इन तस्करों के पास अवैध गांजे की सप्लाई कहां से आती है पुलिस अगर सख्ती से कार्रवाई करें तो

नाबालिक बच्चे और युवा नशे की चपेट में आने से बच सकते हैं, अब देखना यह होगा कि कमिश्नरेट गौतम बुध नगर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मामले को लेकर क्या कार्रवाई करते हैं,


 क्योंकि गौतम बुध नगर पुलिस की बीट पुलिसिंग व मुखबिर लोकल इंटेलिजेंस के लिए बड़े पैमाने पर चल रही गांजे की तस्करी की कोई भनक ही नहीं है