बाबा के राज मे प्रशासन की नाक के नीचे धड़ल्ले से बेची जा रही है वक्फ सम्पत्तियाँ
किरतपुर : शहर के बीच मे आज भी अनेको सुन्नी व शिया वक्फ बोर्ड की बहु किमती सम्पत्तियाँ मौजूद है जिनका कोई जायज वारिस ना होने के कारण लोगो द्वारा अवैध कब्ज़ा किया जा चूका है और बाकी बची हुई सम्पत्तियो पर भू-माफियाओ कि बुरी नज़र पड गई है
किरतपुर : शहर के बीच मे आज भी अनेको सुन्नी व शिया वक्फ बोर्ड की बहु किमती सम्पत्तियाँ मौजूद है जिनका कोई जायज वारिस ना होने के कारण लोगो द्वारा अवैध कब्ज़ा किया जा चूका है और बाकी बची हुई सम्पत्तियो पर भू-माफियाओ कि बुरी नज़र पड गई है
जिस कारण बाकी बची वक्फ सम्पत्तियो की खुलेआम खरीद-फरोख कर अवैध कब्जे कि कवायद जारी है ऐसा ही एक बड़ा मामला किरतपुर शहर के बीच स्थित अनाज मंडी का एक बड़ा वक्फ सम्पत्ति का प्रकाश मे आया है
की कुछ दुकान जो कि सुन्नी वक्फ बोर्ड की बहुमूल्य संपत्ति बताई जा रही है जो वक्फकर्ता स्व काजी जमीर हुसैन द्वारा सन 1931 के आस पास अपनी सम्पूर्ण संपत्ति को वक्फ नामे द्वारा वक्फ आयाल ओलाद कर दिया गया था जिसमे ये दुकानात भी शामिल है
अब जैसा कि बताया जा रहा की उनकी कोई भी जायज वारिस ना होने के कारण जो उनकी संपत्ति की देखभाल व सुरक्षा कर सके इसका लाभ उठा कुछ संदिग्ध लोग अपने को उनका वारिस बताते हुए शहर मे घूम रहे है जिनका उनके खानदान से कभी कोई
लेना-देना भी नही रहा अब वो अनाज मंडी स्थित छ: दुकाने भू माफियाओ के साथ मिलकर काफी लंबे समय से उक्त संपत्ति को
अपने कब्जे मे लेकर बेचने की फिराक मे लगे हुए है तथा पूर्व मे शिकायत पर सुन्नी वक्फ बोर्ड लखनऊ द्वारा अपने कारिंदे को भेज
अनेक बार सभी दुकानात का सर्वे किया जा चुका है तथा जांच मे सभी कुल छ: दुकान सुन्नी वक्फ बोर्ड की संपत्ति पाई गई परंतु वक्फ बोर्ड की ओर से कोई उचित कार्यवाही ना होता देख इसका फायदा उठाते हुए कुछ संदिग्ध लोग व भूमाफियाओ द्वारा शहर
मे इस प्रकार की अफवाह उड़ाई जा रही है की ये संपत्ति हमारी है
और रही बात सुन्नी वक्फ बोर्ड लखनऊ की तो वहाँ हमारे लोग मोबीन खां आदि बैठे हुए है जिनसे हमारी अत्यधिक अच्छी सेटिंग है जो ये सम्पत्ति वक्फ बोर्ड मे दर्ज ही नही होने देंगे और जो भी
हमारे खिलाफ बोलेगा उसकी निजी दुकानो को इस सम्पत्ति के एवज मे स्व काजी जमीर हुसैन के वक्फ नामे के आधार पर वक्फ संपत्ति दर्ज करवा देंगे जिसके चलते अनाज मंडी किरतपुर मे कुछ दुकान मालिक अत्यधिक डरे हुए है जिनको डरा कर काफी
मोटी रकम वसूली भी जा चुकी है इस प्रकार भू-माफियाओ की हौसले इतने बुलंद हो गये है की ये प्रशासन को खुली चुनौती समझी
जा रही है अब देखना यह है की क्या प्रशासन और सुन्नी वक्फ बोर्ड लखनऊ मिलकर अपनी बहु कीमती संपत्ति को भू माफियाओ से बचा पाएंगे या नही।