यूक्रेन से लौटे छात्रों के भविष्य की सुरक्षा की मांग लोकसभा में उठी
नई दिल्ली, 14 मार्च । लोकसभा के कई सदस्यों ने यूक्रेन से लौटे भारतीय छात्रों से जुड़ा विषय सोमवार को सदन में उठाया और सरकार से आग्रह किया कि इन छात्रों के भविष्य की सुरक्षा के लिए समग्र नीति बनाई जाए।
नई दिल्ली, 14 मार्च लोकसभा के कई सदस्यों ने यूक्रेन से लौटे भारतीय छात्रों से जुड़ा विषय सोमवार
को सदन में उठाया और सरकार से आग्रह किया कि इन छात्रों के भविष्य की सुरक्षा के लिए समग्र नीति बनाई
जाए।
वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के मिथुन रेड्डी, कांग्रेस के राजमोहन उन्नीथन, अब्दुल खालिक और कुछ अन्य
सदस्यों ने युद्ध प्रभावित यूक्रेन से लौटे भारतीय छात्रों का विषय लोकसभा में शून्यकाल के दौरान उठाया।
मिथुन रेड्डी ने कहा कि यूक्रेन से लौटे बहुत सारे छात्र सामान्य परिवारों के हैं जिन्हें देश के मेडिकल कॉलेजों में
समाहित किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मेडिकल की पढ़ाई के शुल्क को कम किया जाए और नए मेडिकल
कॉलेज बनाए जाएं।
कांग्रेस के के. सुरेश ने कहा कि छात्रों को पढ़ाई का नुकसान हुआ है और वे अनिश्चित भविष्य का सामना कर रहे
हैं। उन्होंने कहा कि एक समग्र नीति बने और उनके भविष्य की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने सरकार से
आग्रह किया कि दुनिया भर में हर भारतीय दूतावास और वाणिज्य दूतावास में छात्र कल्याण इकाई बनाई जाएं
ताकि भारतीय छात्रों को मदद मिल सके।
सुरेश ने कहा कि विदेश मंत्री को इस मामले पर सदन में वक्तव्य देना
चाहिए।
कांग्रेस के अब्दुल खालिक ने कहा कि यूक्रेन से लौटे छात्रों का भविष्य अनिश्चितता से भरा हुआ है, इसलिए सरकार
को एक नीति बननी चाहिए ताकि छात्रों का भविष्य सुनिश्चित हो सके।
द्रमुक के टी आर बालू ने कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) के ब्याज दर में कटौती का मुद्दा सदन में उठाया।
उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि ईपीएफ पर ब्याज दर को 8.5 प्रतिशत किया जाए और 3,000 रुपये की
न्यूतनम पेंशन की व्यवस्था सुनिश्चित हो।
भाजपा के हरीश द्विवेदी ने उत्तर प्रदेश में छुट्टा पशुओं का विषय उठाते हुए कहा कि किसानों को बहुत नुकसान
हो रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों की फसल बर्बाद हो रही है
और ऐसे पशु दुर्घटना और यातायात जाम का
कारण भी बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि मनरेगा निधि के तहत प्रत्येक गांव में गौशाला बनाई जाए ताकि इस
समस्या से निजात मिल सके।