वरिष्ठ समाजसेविका लता चौहान विद्यावाचस्पति सारस्वत सम्मान से सम्मानित
गाजियाबाद । पं. दीनदयाल उपाध्याय हिन्दी विद्यापीठ हिन्दी भाषा के प्रचार-प्रसार हेतु निरंतर प्रयत्नशील है। भारतीय लोक साहित्य को हिन्दी के माध्यम से प्रकाश में लाने की दिशा में विद्यापीठ की अहम् भूमिका रही है।
गाजियाबाद । पं. दीनदयाल उपाध्याय हिन्दी विद्यापीठ हिन्दी भाषा के प्रचार-प्रसार हेतु निरंतर प्रयत्नशील है। भारतीय लोक साहित्य को हिन्दी के माध्यम से प्रकाश में लाने की दिशा में विद्यापीठ की अहम् भूमिका रही है। इसी क्रम में में बीते 14 सितम्बर को राष्ट्रीय हिन्दी दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में पं. दीनदयाल उपाध्याय हिन्दी विद्यापीठ वृन्दावन धाम, मथुरा की प्रबन्ध कार्यकारिणी के द्वारा क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति ,उत्तर मध्य रेलवे रेल मंत्रालय ,भारत सरकार की सदस्या लता चौहान को उनकी योग्यता एवम अनुभव आधार पर तथा समाजसेवा के क्षेत्र में उनके अतुलनीय योगदान और हिन्दी लेखन में रुचि को देखते हुए विद्या वाचस्पति सारस्वत से सम्मानित किया गया ।आज से श्रीमती लता चौहान डॉ लता चौहान के नाम से जानी जाएंगी ।
विद्या वाचस्पति की उपाधि डॉक्टरेट के समकक्ष मानी जाती है। यह उपाधि साहित्य के क्षेत्र में बेहतर और उल्लेखनीय कार्यों के लिए दी जाती है। सम्मानित किए जाने पर क्षेत्र के साहित्यकारों , इष्ट मित्रों एवं शुभचिंतकों ने बधाई देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।