विस्तारा एयरलाइंस के मैनेजर का शव कार में मिला
ग्रेटर नोएडा, 28 अप्रैल एयर विस्तारा के असिस्टेंट मैनेजर का शव ग्रेटर नोएडा वेस्ट की लॉ रेजींडेसिया सोसायटी की बेसमेंट पार्किंग में कार के अंदर मिला।
ग्रेटर नोएडा, 28 अप्रैल (एयर विस्तारा के असिस्टेंट मैनेजर का शव ग्रेटर नोएडा वेस्ट की
लॉ रेजींडेसिया सोसायटी की बेसमेंट पार्किंग में कार के अंदर मिला। शव के पास से पुलिस को एक
सुसाइड नोट व नींद की दवाई का एक पूरा खाली पत्ता भी मिला है। सुसाइड नोट के आधार पर
पुलिस ने असिस्टेंट मैनेजर की मौत आत्महत्या बताया है। पुलिस के मुताबिक जिंदगी के मायूस
होकर आत्महत्या करने की बात कहीं है। पुलिस के मुताबिक मृतक असिस्टेंट मैनेजर का उनकी पत्नी
से मनमुटाव काफी समय से चल रहा है। जो कि अपने डेढ़ साल के बच्चे को लेकर अपने मायके
राजस्थान के कोटा में रह रही है। पारिवारिक विवाद के चलते पिछले साल सितंबर माह में मां ने भी
फ्लैट की बालकनी से कूद कर आत्महत्या की थी।
डीसीपी सेंट्रल जोन रामबदन सिंह से मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार सुबह दस बजे के आसपास
डायल-112 पीवीआर पुलिस से बिसरख पुलिस को जानकारी मिली कि लॉ रेजीडेंसिया सोसायटी टावर
नंबर 14 के फ्लैट नंबर 1801 में रहने वाले निशांत कुमार का शव सोसायटी की बेसमेंट पार्किंग में
उनकी कार के अंदर पड़ा हुआ है। इस सूचना पर बिसरख थाना पुलिस मौके पर पहुंची। कार अंदर से
लॉक थी। मौके पर फील्ड यूनिट को बुलाया गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे निशांत के पिता
चंद्रमोहन ने कार की डुप्लीकेट चाभी पुलिस को दी। पुलिस ने कार को खोल कर अंदर ड्राइविंग सीट
पर मृत पड़े निशांत के शव को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस को ड्राइविंग
सीट के बगल वाली सीट पर नींद की गोलियों का खाली पत्ता मिला और निशांत की जेब में अंग्रेजी
में लिखा उनके हाथ का एक पन्ने का सुसाइड नोट मिला। जिसमें उन्होंने मां को बहुत मिस करने
और अपनी जिंदगी से परेशान होकर आत्महत्या करने जैसा कदम उठाने की बात लिखी है। मृतक के
पिता ने पुलिस को बताया कि निशांत विस्तारा एयरलाइंस के गुरूग्राम स्थित आफिस में असिस्टेंट
मैनेजर के पद पर था। जिसका अपनी पत्नी विशाखा से मनमुटाव चल रहा था। पत्नी डेढ़ साल के
बेटे कियान को लेकर अपने मायके कोटा में रह रही थी। जिसके चलते निशांत मानसिक रूप से
परेशान चल रहा था। पुलिस ने घटना की जानकारी निशांत की पत्नी को भी फोन के जरिए दे दी।
पुलिस के मुताबिक प्रारम्भिक जांच में मामला सुसाइड का है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही
मौत के सही कारणों का खुलासा हो सकेगा। वहीं सुसाइड नोट को भी हस्त लेखन जांच के लिए भेजा
जायेगा।
पिता रोते हुए बोले...जिसका डर था निशांत ने वहीं कर डाला
मूल रूप से कृष्णा नगर दिल्ली निवासी चंद्र मोहन ने बेटे का शव कार में देख कर रोते हुए बोले कि
जिसका डर था। निशांत ने वहीं कर दिया। सितंबर माह में मां ने सुसाइड किया और इसके बाद हुई
अनबन के बाद पत्नी विशाखा भी बेटे को लेकर अपने मायके चली गई। जिसके बाद से निशांत
परेशान रहता था। मानसिक रूप से टूट चुका निशांत आत्महत्या जैसा कदम न उठा ले इसका डर
उन्हें हमेशा रहता था।
पिछले साल पत्नी दुनिया छोड़ कर चली गई और उसके सात माह बाद ही
इकलौता बेटा भी छोड़ कर इस दुनिया से चला गया।
वीरवार को आफिस के लिए निकला लेकिन पार्किंग में खा ली नींद की गोलियां
पुलिस के मुताबिक निशांत वीरवार की सुबह आफिस जाने के लिए निकला था। जब देर शाम तक
वह नहीं आया तो पिता चंद्र मोहन ने उसे फोन किया लेकिन उसने कॉल रिसीव नहीं की। रात में
उन्होंने कई बार ऐसा किया लेकिन बेल बजने के बाद भी फोन निशांत का नहीं उठा तो वह अनहोनी
को लेकर परेशान हो गए। रिश्तेदारों को फोन की और उसकी तलाश शुरू की। बेसमेंट में कार की
पार्किंग में गए जहां उसकी कार खड़ी होती थी लेकिन वहां वह कार नहीं थी। सुबह कारों की सफाई
करने वाले कर्मचारी ने दूसरी जगह बेसमेंट पार्किंग में निशांत की कार देखी जिसके अंदर निशांत मृत
पड़ा था। नींद की गोलियों का पूरा पत्ता मिलने से पुलिस कयास लगा रही है कि निशांत ने
आत्महत्या की तैयारी पहले ही कर ली थी। वीरवार को आफिस निकलने के बजाए दूसरे की पार्किंग
में कार खड़ी कर नींद की गोलियां खा ली और ज्यादा सेवन के चलते गहरी नींद में चला गया और
धीरे धीरे ऑक्सीजन की मात्रा कम होती चली गई और उसकी मौत हो गई। पुलिस ने वीरवार व
शुक्रवार सुबह तक के सोसायटी के इंट्री गेट पर लगे सीसीटीवी कैमरे में चेक किए लेकिन बुधवार रात
निशांत की कार सोसायटी में आई इसके बाद नहीं निकली।