सर्वपितृ अमावस्या पर हजारों लोगों ने अपने पितरों के नाम पर किया दुग्ध अभिषेक
उज्जैन, 25 सितंबर मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में स्थित प्राचीन सिद्धवट एवं गया कोटा मंदिर में आज तड़के से लाइन में लगकर हजारों लोगों ने अपने पितरों को दूध अर्पित कर शांति की प्रार्थना की।
उज्जैन, 25 सितंबर ( मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में स्थित प्राचीन सिद्धवट एवं
गया कोटा मंदिर में आज तड़के से लाइन में लगकर हजारों लोगों ने अपने पितरों को दूध अर्पित कर
शांति की प्रार्थना की। पिछले 15 दिनों से चल रहे श्राद्ध पक्ष के दौरान प्रतिदिन श्रद्धालुओं ने दोनों
मंदिरों में पहुंच कर पूर्वजों के नाम पर तर्पण और उनकी शांति के लिए दुग्ध अभिषेक किया और
धार्मिक महत्व के चलते आज श्राद्ध पक्ष के अंतिम दिन सर्वपितृ अमावस्या के मौके पर अपने
पितरों को जल अर्पित करने के लिए देर रात से ही सिद्धवट और गया कोटा मंदिर में कतार में
लगना शुरू हो गए थे। सिद्धवट के पुजारी सुरेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि सर्वपितृ अमावस्या आज
हजारों लोगों ने प्रसिद्ध तीर्थ सिद्धवट मंदिर घाट पर पर शिप्रा का स्नान तर्पण पिंडदान कर
भगवान को दुग्ध अर्पण कर अपने पूर्वजों पितरों की आत्मा शांति हेतु प्रार्थना की। मंदिर में सर्वप्रित्रु
अमावस पर भगवान सिद्ध वट का भांग और अष्ट मेवा से भव्य शेरा दर्शनश्रंगार किया गया तथा
छप्पन भोग लगाकर मंदिर में प्रातः कालीन विशेष आरती की। इसके पश्चात भगवान के दर्शन एवं
दुग्ध अभिषेक आम भक्तों के लिए प्रारंभ किया। भगवान सिद्धवट का आज विशेष चौला सिंगार
चड़वाया गया।