सुनील कुमार शर्मा को कैबिनेट मंत्री बनाने पर दो राज्यों के ब्राह्मण समुदाय में खुशी की लहर

साहिबाबाद के विधायक श्री सुनील कुमार शर्मा को उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाने पर उत्तर प्रदेश व राजस्थान के ब्राह्मण समाज में खुशी की लहर दौड़ गई है|

सुनील कुमार शर्मा को कैबिनेट मंत्री बनाने पर दो राज्यों के ब्राह्मण समुदाय में खुशी की लहर

स्याना (बुलंदशहर) 

साहिबाबाद के विधायक श्री सुनील कुमार शर्मा को उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाने पर उत्तर प्रदेश व राजस्थान के ब्राह्मण समाज में खुशी की लहर दौड़ गई है| गत दिनों उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने अपने दूसरे मंत्रिमंडल विस्तार में उत्तर प्रदेश के ब्राह्मण विधायकों में से साहिबाबाद के विधायक सुनील कुमार शर्मा को एक सोची समझी हुई, भाजपा हाई कमान की विशेष रणनीति के तहत कैबिनेट मंत्री बनाया गया है|

 
स्मरणीय है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ब्राह्मण विधायकों में सुनील कुमार शर्मा एकमात्र ऐसे विधायक हैं| जिनकी राजनीतिक पैदाइश राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ व अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से हुई है| बचपन से ही संघ की शाखा में सक्रिय श्री शर्मा संघ चालकों की निगाहें में एक प्रतिभावान स्वयंसेवक सिद्ध हुए थे| छात्र जीवन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषदमें रहते हुए संगठन की दृष्टि से पारंगत हो गए थे| संगठन के अनुभव को देखते हुए गाजियाबाद जैसे विशाल और राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण जनपद गाजियाबाद के वह अनेक वर्षों तक महानगर अध्यक्ष रहे हैं| महानगर अध्यक्ष के रूप में उनका कार्यकाल प्रदेश में तथा दिल्ली के नजदीक होने के कारण राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा के बड़े नेताओं की निगाहों में उनकी प्रतिभा छिपी नहीं रही थी| वह प्रथम बार गाजियाबाद शहर से विधायक चुने गए| वर्ष 2008 में हुए परिसीमन के पश्चात बनी साहिबाबाद विधानसभा सीट से भाजपा ने उनके ऊपर दाव लगाया था| वर्ष 2017 में 2022 में वह रिकॉर्ड मतों से विजयई रहे थे| गौरतलब है कि साहिबाबाद के विधायक नेउत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव वर्ष 2022 में 214286 मतों से जीत कर राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया है| हालांकि वर्ष 2017 में भी वह लगभग150000 से अधिक मतों से जीतकर राज्य में प्रथम स्थान पर रहे थे| 


परंतु उन्होंने अपनी पहचान हमेशा एक कार्यकर्ता के रूप में ही बना कर रखी थी| आज भी वह गाजियाबाद सहित उत्तर प्रदेश के भाजपा संगठन में एक अति सक्रिय एवं होनहार कार्यकर्ता के रूप में ही पहचाने जाते हैं|

सीधा-साधा सरल व्यक्तित्व के धनी श्री शर्मा के इस विशिष्ट गुण को ध्यान में रखते हुए भाजपा हाईकमान ने सुनील कुमार शर्मा विधायक को पिछले दिनों संपन्न हुए राजस्थान विधानसभा के चुनाव में भेजा था| क्योंकि राजस्थान में ब्राह्मण समाज भाजपा से अलग होकर कांग्रेस का समर्थक बना हुआ था|

तथा भाजपा के अंदर ब्राह्मण समाज के समर्थक और कार्यकर्ताओं में भारी आपसी मतभेद था| संगठन के अनुभवी विधायक श्री शर्मा ने राजस्थान विधानसभा में बहुत मेहनत के साथ ब्राह्मण समुदाय के लोगों को भाजपा के झंडे के नीचे लाकर खड़ा कर दिया था| और राजस्थान में प्रचंड बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनी है| ब्राह्मण समुदाय को खुश करने के लिए मुख्यमंत्री भी भजनलाल शर्मा को बनाया गया है|

राजस्थान में भाजपा सरकार के गठन में पर्दे के पीछे विधायक सुनील कुमार शर्मा की महत्वपूर्ण भूमिका रही है| विशुद्ध रूप से भाजपा के स्वदेशी उत्पाद के रूप में विकसित विधायक सुनील कुमार शर्मा को आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए तथा इसके पश्चात भविष्य में राजनीतिक हितों को को ध्यान में रखते हुए, एक दूरगामी रणनीति के तहत कैबिनेट मंत्री बनाया है| भविष्य में ब्राह्मण समुदाय हमेशा के लिए भाजपा से स्थाई रूप में जोड़कर रखने के लिए राजनीतिक भविष्य को सुरक्षित रखा जा सके|


सूत्रों का कहना हैकि आगामी 11 मार्च कोलखनऊ मेंउन्हें विभाग आवंटित हो जाएगा| तथा नवीन भवन में उनका कार्यालय होगा| भाजपा हाई कमान उत्तर प्रदेश में उनकी प्रतिभा का प्रयोग करते हुए ब्राह्मण समुदाय को एकजुट रखते हुए निश्चित होना चाहती है | जिसके लिए संघ की पृष्ठभूमि से पोषित व विकसित हुई विधायक सुनील शर्मा की प्रतिभा सटीक एवंअत्यंत प्रभावशाली साबित होगी|