सोने की चिड़िया की स्थापना हुई -खाटू श्याम दिल्ली धाम
दिल्ली ऋषियों मुनियों की महान विचारधारा और आध्यात्मिक जीवन शैली ने भारत को विश्वगुरु के रूप में स्थापित किया था जो ज्ञान का भंडार हमारा देश में है वो समूचे विश्व को प्रभावित करता है और इसलिए विश्व गुरु कहलाता है और भारतीय संस्कृति और वैभव को देख कर ही भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था जो कही गुम हो गई थी वो चिड़िया वापस आ गई है
दिल्ली ऋषियों मुनियों की महान विचारधारा और आध्यात्मिक जीवन शैली ने भारत को विश्वगुरु के रूप में स्थापित किया था
जो ज्ञान का भंडार हमारा देश में है वो समूचे विश्व को प्रभावित करता है
और इसलिए विश्व गुरु कहलाता है और भारतीय संस्कृति और वैभव को देख कर ही भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था
जो कही गुम हो गई थी वो चिड़िया वापस आ गई है
खाटू श्याम दिल्ली धाम मंदिर में यह कहना था
राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम गुप्ता जावेरी का। घनश्याम गुप्ता ने कहा आज हमें बहुत ख़ुशी हो रही है
कृष्ण भगवान् की छठी के अवसर पर शुद्ध ठोस सोने की चिड़िया को मंदिर में स्थापित करते हुए ,
जिसकी स्थापना 500 प्रतिस्थित महिलाओं द्वारा की गयी साथ ही भगवान को भोग लगाया गया ।
इस अवसर पर राष्ट्रीय महामंत्री संजीव मित्तल,
रमेश गुप्ता और पवन सिंघल ने कहा की सोने की चिड़िया की स्थापना करने का हमारा मकसद है
की हम भारत को पुनः सोने की चिड़िया बनते हुए देखना चाहते है
साथ ही गीर गाय के शुद्ध गोबर से बनी व्यासपीठ से अखंड भागवत कथा का वचन 24 घंटे 365 दिन अनंतकाल तक शुभारंभ होगा
और भागवत ज्ञान से भारत विश्व गुरु बनेगा। सत्य भूषण जैन ने कहा कि मंदिर की भव्यता को देखने काफी दूर दूर से लोग आ रहे है।
राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मधु गोपाल गोयल, नवीन गुप्ता और अनिल गुप्ता ने कहा
पश्चिमी सभ्यता की और अग्रसर हम और हमारे बच्चे शीघ्र भागवत के प्रचार से प्रेरित होकर दोबारा से भारतीय संस्कृति और संस्कारों की और अग्रसर होंगे।
भविष्य में होने वाले उत्सव के दौरान नगर अध्यक्ष एस एस अग्रवाल और सत्य भूषण जैन और सभी संस्थापक ट्रस्टी उपस्थित हुए