ग्रेटर नोएडा के एक घर में वृद्ध महिला डॉक्टर का सड़ा गला शव मिलने से शहर में सनसनी फैल गई

ग्रेटर नोएडा के एक घर में वृद्ध महिला डॉक्टर का सड़ा गला शव मिलने से शहर में सनसनी फैल गई है। महिला के शव में कीड़े पड़ चुके थे।

ग्रेटर नोएडा के एक घर में वृद्ध महिला डॉक्टर का सड़ा गला शव मिलने से शहर में सनसनी फैल गई

ग्रेटर नोएडा, 03 अप्रैल (। ग्रेटर नोएडा के एक घर में वृद्ध महिला डॉक्टर का सड़ा गला
शव मिलने से शहर में सनसनी फैल गई है। महिला के शव में कीड़े पड़ चुके थे। हैरान करने वाली


बात यह है कि ग्रेटर नोएडा से कुछ किलोमीटर दूर गाजियाबाद में मृतक महिला का बेटा रहता है
और उसे इसकी खबर भी नहीं हुई कि उसकी मां करीब 20 दिन पहले मर चुकी है।


गाजियाबाद के वैशाली में रहने वाला प्रणव रंजन सिन्हा अपनी पत्नी व सास के साथ रविवार को
ग्रेटर नोएडा के सेक्टर बीटा-1 ए ब्लॉक में अपनी मां डा. अनमिया कुमारी के घर पहुंचा। मकान का

दरवाजा अंदर से बंद था और कमरे से तेज बदबू आ रही थी। प्रणव रंजन सिन्हा ने इसकी सूचना
थाना बीटा-2 पुलिस को दी। पुलिस की मौजूदगी में मकान का दरवाजा तोड़ा गया। प्रणव रंजन


सिन्हा व अन्य लोग जब कमरे में पहुंचे तो उन्हें अनमिया कुमारी जमीन पर मृत अवस्था में पड़ी
हुई

मिली और उनके शव पर कीड़े चल रहे थे। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर उसे पोस्टमार्टम के
लिए भिजवाया।


थाना प्रभारी विनोद कुमार मिश्र ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है की (73 वर्षीय)
अनमिया कुमारी पूर्व में बिहार में सरकारी डॉक्टर थी। रिटायरमेंट के पश्चात वह ग्रेटर नोएडा के


बीटा-1 ए ब्लॉक में रहने लगी। उनका अपने पति से कुछ समय पूर्व तलाक हो चुका है जिस कारण
वह ढाई मंजिला मकान में अकेली ही रह रही थी। उनका बेटा प्रणव रंजन सिन्हा अपनी पत्नी और


बच्चों के साथ गाजियाबाद के वैशाली में रह रहा है। थाना प्रभारी ने बताया कि अनमिया का शव बेड
से नीचे पड़ा हुआ मिला है। उन्होंने आशंका जताई कि संभवत बीमारी की हालत में वह बेड से नीचे


गिरी और उनकी मौत हो गई। परिजनों द्वारा कोई खोज खबर न लेने के कारण उनके शव में कीड़े
पड़ गए।


ग्रेटर नोएडा में हुए इस हादसे ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि भागदौड़ भरी जिंदगी में
लोगों के पास अपनों के लिए ही समय नहीं है। पूर्व में भी कई ऐसी घटनाएं शहर में प्रकाश में आई


हैं जिनमें लोगों की मौत की जानकारी कई दिन बीतने के पश्चात पड़ोसियों के माध्यम से उनके
परिजनों को पता चली है।