Ghaziabad के मधुबन बापूधाम में प्लॉट खरीदने वालों पर बढेगा बोझ देना होगा एक्स्ट्रा चार्ज
गाजियाबाद। मधुबन बापूधाम आवासीय योजना में कई साल पहले भूखंड खरीदने वाले लोगों को 5 से 15 लाख रुपये के करीब अतिरिक्त रकम जीडीए को देना होगा।
गाजियाबाद के मधुबन बापूधाम में प्लॉट खरीदने वालों पर बढेगा बोझ देना होगा एक्स्ट्रा चार्ज
गाजियाबाद। मधुबन बापूधाम आवासीय योजना में कई साल पहले भूखंड खरीदने वाले लोगों को 5 से 15 लाख रुपये के करीब अतिरिक्त रकम जीडीए को देना होगा। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद जीडीए को किसानों को बढ़ा हुआ मुआवजा देना पड़ा था। इस मुआवजे में जितनी रकम दी गई है उसकी वसूली आवंटियों से की जाएगी। मालूम हो कि आवंटियों ने 11800 रुपये प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से प्लॉट खरीदे थे। अब उन्हें 5175 रुपये और देना होगा।
यदि किसी का 100 वर्ग मीटर का भूखंड है तो उसे 5 लाख 17 हजार रुपये देना होगा। यदि किसी का 300 वर्ग मीटर का भूखंड है तो उसे 15 लाख 52 हजार रुपये के करीब देना होगा। उधर, आवंटियों में इस नोटिस से नाराजगी है।
आवंटी राजेंद्र शर्मा का कहना है कि जिन लोगों ने भूखंड की रजिस्ट्री करवा ली है उनसे अतिरिक्त रकम नहीं लिया जाना चाहिए। नए भूखंड खरीदने वालों से ही इसकी वसूली की जानी चाहिए। जीडीए के नोटिस का विरोध किया जाएगा। यह नियम संगत नहीं है। जब हमने भूखंड खरीदा था तो इस तरह का नियम नहीं है। वहीं जीडीए के अधिकारियों का कहना है कि जब रजिस्ट्री की जाती है तो उसमें इस बात का जिक्र होता है कि यदि भविष्य में मुआवजे का अतिरिक्त भुगतान किया जाता है तो इसकी वसूली आवंटियों से की जाएगी।
जीडीए की 2021 में हुई बोर्ड बैठक में यह फैसला हुआ था कि आवंटियों को नोटिस देकर उनसे अतिरिक्त पैसे की वसूली की जाएगी।
तब से लेकर अब तक किसी वीसी और अन्य अधिकारी ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। नए वीसी अतुल वत्स ने जब इस योजना का रिव्यू शुरू किया तो उनके संज्ञान में यह मामला आया। उन्होंने सभी को नोटिस दिए जाने का आदेश दिया। इसके बाद इस दिशा में जीडीए ने कार्रवाई शुरू कर दी है।इस आदेश के बाद 1500 से अधिक आवंटी प्रभावित होंगे। खास बात यह है कि जिन लोगों ने रजिस्ट्री पहले करवा रखी है उनको भी नोटिस भेजा जा रहा है। अन्य आवंटियों को भी नोटिस दिया गया है। जब लोग रजिस्ट्री करवाने आ रहे हैं तो अतिरिक्त रकम के भुगतान के बाद ही रजिस्ट्री हो पा रही है।
बताया जा रहा है कि अभी यहां पर 30 से 50 हजार वर्ग मीटर के हिसाब से बेची जा रही है, लेकिन पुराने आवंटियों से केवल 17 हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से लिए जा रहे हैं। यदि किसी को दिक्कत हो रही होगी तो प्लॉट सरेंडर करके ब्याज सहित जीडीए से पैसा ले सकता है। अधिकारियों ने बताया कि मधुबन बापूधाम आवासीय योजना में जो मल्टीस्टोरी बिल्डिंग बनाई गई है, उसका कोई रेट नहीं बढ़ाया जा रहा है। यदि कीमत में बढ़ोतरी की जाती है तो इसे बेचना मुश्किल हो जाएगा।कुछ ब्लॉक में लोगों ने घर बनाकर रहना शुरू कर दिया है। इसमें प्रमुख रूप से डी ब्लॉक में अभी लोग घर बनवाया है। यहां के निवासियों का कहना है कि विकास कार्य नहीं होने की वजह से लोग अभी यहां पर घर बनवाने से बच रहे है।
ऐसे में अब लोगों को अतिरिक्त रकम जीडीए को देनी पड़ेगी।