घर का कचरा बनेगा खाद
अनूपशहर: प्रदेश सरकार के निर्देश पर अनूपशहर नगरपालिका ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत एक अनूठी पहल की शुरुआत की है। पालिका ने 100 परिवारों को घरेलू कचरे से खाद बनाने के लिए कंपोस्ट बॉक्स दिए हैं।

घर का कचरा बनेगा खाद:अनूपशहर में सौ परिवारों को मिले कंपोस्ट बॉक्स, एक महीने में तैयार होगी 500 किलो खाद
अनूपशहर: प्रदेश सरकार के निर्देश पर अनूपशहर नगरपालिका ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत एक अनूठी पहल की शुरुआत की है। पालिका ने 100 परिवारों को घरेलू कचरे से खाद बनाने के लिए कंपोस्ट बॉक्स दिए हैं।डीपीएस पीजी कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. मुकेश गुप्ता को इस अभियान का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया गया है।
वे नगरपालिका कर्मचारी निशु और राजा के साथ रोजाना कस्बे में जाते हैं। टीम प्रतिदिन करीब 12 लोगों को कंपोस्ट खाद बनाने के लिए प्रेरित करती है।पालिका अध्यक्ष ब्रजेश गोयल और अधिशासी अधिकारी गार्गी त्यागी के नेतृत्व में यह कार्यक्रम चल रहा है। सूर्यांश प्रताप इसका प्रतिदिन निरीक्षण करते हैं। डॉ. गुप्ता के अनुसार, 100 कंपोस्ट बॉक्स से एक महीने में करीब 500 किलो खाद तैयार होगी। कंपोस्ट खाद बनने में एक महीना लगता है। लिक्विड खाद एक सप्ताह में तैयार हो जाती है। यह खाद बागवानी और टेरेस गार्डन के लिए बेहद उपयोगी है।
इस खाद से पौधों की वृद्धि तेज होती है और कीड़े नहीं लगते। साथ ही गीले और सूखे कचरे का निपटान भी हो जाता है। डॉ. मुकेश गुप्ता और नगरपालिका कर्मचारी विभिन्न विद्यालयों में जाकर छात्र-छात्राओं को जैविक खाद के उपयोग के प्रति जागरूक कर रहे हैं।