अरोमा की ओर से आयोजित तरही शेरी नशिस्त में शायरो ने शायरो को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया
नगर में अरोमा इत्र एण्ड परफ्यूम की ओर से मिसरा तरहा "तुम हो भी नही और ये लगता है के तुम हो" पर एक शेरी नशिस्त का आयोजन किया गया।
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नजीबाबाद। नगर में अरोमा इत्र एण्ड परफ्यूम की ओर से मिसरा तरहा "तुम हो भी नही और ये लगता है के तुम हो" पर एक शेरी नशिस्त का आयोजन किया गया।
जिस में जिले से आये शायरो ने उम्दा कलाम पेश कर खूब दाद हासिल की। शेरी नशिस्त में शामिल तमाम शायरो को अरोमा की ओर से प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर शेरी नशिस्त की अध्यक्षता करते हुए डाक्टर रईस अहमद भारती ने कहा कि तरही शेरी नशिस्तो से जहाँ नये लोगों को ग़ज़ल कहने और सीखने का मौका मिलता है वही इस से कलाम भी हो जाता है।
ऐसे आयोजन होते रहने चाहिए। अरोमा इत्र एण्ड परफ्यूम के एम.डी सूफीयान मुल्तानी सभी स्थानीय और बाहर से आये शायरो का शुक्रिया अदा किया।
तरही शेरी नशिस्त में डाक्टर रईस अहमद भारती, मौसूफ अहमद वासिफ, शादाब ज़फ़र शादाब, डाक्टर तैय्यब जमाल, आसिफ मिर्ज़ा, ताहिर सऊद किरतपुरी, सय्यद अहमद, हाफ़िज शादाब मुल्तानी,जीशान कमर बिजनौरी, मुरसलीन मुरसल किरतपुरी बगैरा ने तरहा पर अपनी गज़ले पेश की। शेरी नशिस्त में अबरार सलमानी, नफीस सैफी आदि लोग मौजूद रहे।
अबरार सलमानी और नफीस सैफी मौजूद रहे। शेरी नशिस्त में शामिल सभी शायरो को अरोमा इत्र एण्ड परफ्यूम के एम डी सूफीयान मुल्तानी ने प्रतीक चिन्ह्र देकर सम्मानित किया। शेरी नशिस्त की अध्यक्षता डाक्टर रईस अहमद भारती ने की व संचालन शादाब ज़फ़र शादाब ने किया।