"आज का मुद्दा" दैनिक समाचार पत्र की खबर का असर

CMO नरेंद्र सिंह ने लिया खबर का संज्ञान, अब होगी झोलाछापों पर कार्यवाही, नए नोडल अधिकारी बना रहे झोलाछापों की लिस्ट, सोमवार से हो सकती है कार्यवाही।

"आज का मुद्दा" दैनिक समाचार पत्र की खबर का असर

फ़िरोज़ाबाद:- आज का मुद्दा दैनिक समाचार पत्र ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी कि कैसे जनपद फिरोजाबाद के विभिन्न हिस्सों में झोलाछाप डॉक्टरों का मकड़जाल फैला हुआ है

जिसमें सिरसागंज, शिकोहाबाद, फिरोजाबाद, जसराना, एका, टूण्डला जैसे तमाम क्षेत्र शामिल हैं शिकोहाबाद विधानसभा का गांव जमालपुर जहां धड़ल्ले से रोड के किनारे बिना डिग्री बिना रजिस्ट्रेशन झोलाछाप डॉक्टर इलाज कर रहे हैं उन्हें किसी भी बात का

कोई भय नहीं है क्योंकि सूत्रों की अगर मानें तो सीधे तौर पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जब-जब कार्यवाही करने के लिए निकलते हैं तब तब पहले से अधिकारियों के ड्राइवर साहब इन्हें फोन करके सचेत कर देते हैं कि आपके यहां छापा पड़ने वाला है

अब आप सोच रहे होंगे कि वह ऐसा क्यों करते हैं विशेष सूत्रों ने यह भी बताया कि अधिकारियों के ड्राइवर सीधे तौर पर ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों के कनेक्शन में रहते हैं और उनसे सुविधा शुल्क लेते हैं जिसके चलते वह नौकरी तो स्वास्थ्य विभाग में

अधिकारियों की करते हैं लेकिन सुविधा शुल्क के चक्कर में झोलाछाप डॉक्टरों की भी ड्यूटी बजाते हैं जिसके चलते अधिकारी जब कार्यवाही करने के लिए पहुंचते हैं तो उन्हें बैरंग लौटना पड़ता है क्योंकि छापे की सूचना पहले ही झोलाछापों तक ऐसे लोग पहुंचा

देते इस पूरे मसले की भनक स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों को लग चुकी है तथा अधिकारी भी इस बार प्लान बना कर झोलाछापों के ऊपर शिकंजा कसने की तैयारी कर रहे हैं सीएमओ नरेंद्र सिंह से जब हमारी बात हुई तो उन्होंने बताया कि नए

नोडल अधिकारी पूरे तरीके से लिस्ट तैयार कर रहे हैं और जल्द ही कार्यवाही का क्रम शुरू होगा कहीं भी किसी भी प्रकार से कोई गलत करता हुआ पाया गया

तो उसके विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी वहीं सीएमओ नरेंद्र सिंह के सख्त रवैया के बाद

झोलाछाप डॉक्टरों में भी हड़बड़ी मची हुई है जिसको लेकर बहुत जल्द झोलाछाप किसी संगठन के माध्यम से आंदोलन की रणनीति भी बना सकते हैं अब ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि अधिकारियों का डंडा चलेगा या फिर एक बार फिर झोलाछाप

किसी संगठन का सहारा लेकर खुद को बचाने का प्रयास करेंगे या एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग के ही कुछ लोग जो खबरची बने हैं झोलाछाप डॉक्टरों के,क्या वो पहले की तरह इन्हें बचा पाएंगे? इन सारे सवालों के जवाब तो अब आने वाला वक्त देगा लेकिन कहीं

ना कहीं सीएमओ फिरोजाबाद नरेंद्र सिंह के सख्त रवैये के बाद झोलाछाप डॉक्टरों में भी हलचल साफ देखी जा सकती है।