खडगे-राहुल-प्रियंका ने किया पुण्यतिथि पर नेहरू को नमन
नई दिल्ली, 27 मई कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तथा पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु को पुण्यतिथि पर नमन करते हुए आज उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
नई दिल्ली, 27 मई ( कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तथा
पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु को पुण्यतिथि पर
नमन करते हुए आज उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
श्री खडगे तथा श्री गांधी ने सुबह झमाझम बारिश के बीच यहाँ पंडित नेहरू की समाधि शांतिवन गए
और उनकी समाधि पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान कांग्रेस
कोषाध्यक्ष पवन बंसल तथा महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ ही पार्टी के कई अन्य बड़े नेता और
कार्यकर्ताओं ने भी प्रथम प्रधानमंत्री को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
श्री खडगे ने पंडित नेहरू को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ट्वीट किया “पंडित जवाहरलाल नेहरू जी के
योगदान के बिना 21वीं सदी के भारत की कल्पना नहीं की जा सकती। लोकतंत्र के निर्भीक प्रहरी,
उनके प्रगतिशील विचारों ने चुनौतियों के बावजूद भारत के सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक
विकास को दृढ़ता से आगे बढ़ाया। 'हिन्द के जवाहर’ को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि।”
श्री गांधी ने कहा “पंडित जवाहर लाल नेहरू की विरासत भारत के विचार एवं स्वतंत्रता, लोकतंत्र,
धर्मनिरपेक्षता और आधुनिकता के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले मूल्यों को रोशन करते हुए
एक प्रकाश स्तंभ की तरह हैं। उनकी दृष्टि और मूल्य हमेशा हमारी अंतरात्मा और कार्यों का
मार्गदर्शन करते हैं।”
श्रीमती वाड्रा ने श्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा “कुछ लोगों के हुकूमत में बैठ जाने से मुल्क
ऊपर नहीं उठते, मुल्क ऊपर उठते हैं जब करोड़ों लोग खुशहाल होते हैं और तरक्की करते हैं। हमने
ऐसा ही स्वप्न देखा है। पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की पुण्य स्मृतियों को सादर नमन।”
कांग्रेस पार्टी ने भी आधिकारिक टि्वटर हैंडल पर पंडित नेहरू को श्रद्धांजलि देते हुए कहा “हम देश
के पहले प्रधान मंत्री और आधुनिक भारत के निर्माता पंडित जवाहर लाल नेहरू को उनकी पुण्यतिथि
पर नमन करते हैं। वह एक दूरदर्शी व्यक्ति थे जिन्होंने आर्थिक नीतियों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों
के माध्यम से देश को नई ऊंचाई प्रदान की। उन्होंने आधुनिक भारत के मंदिरों; के साथ ही
आईआईटी, आईआईएम, ऐम्स, डीआरडीओ जैसे प्रतिष्ठाननों, औद्योगिक विकास से लेकर परमाणु
और अंतरिक्ष अनुसंधान के द्वार देश के लिए खोले जिनके कारण भारत का कौशल बढ़ा और उसके
अभूतपूर्व परिमाण सामने आये।
आज हम पंडित जी की उस विरासत को संजोते हुए आगे ले जाएंगे
जिसने भारत को एक अग्रणी, वैश्विक शक्ति के रूप में विश्व पटल पर लाकर खड़ा किया।”