गुजरात में 1400 करोड़ रुपये के सट्टा का पर्दाफाश

अहमदाबाद, 04 फरवरी ( अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने गुजरात के इतिहास का सबसे बड़े सट्टे का पर्दाफाश किया है।

गुजरात में 1400 करोड़ रुपये के सट्टा का पर्दाफाश

अहमदाबाद, 04 फरवरी  अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने गुजरात के इतिहास का सबसे बड़े
सट्टे का पर्दाफाश किया है।

नवरंगपुरा पुलिस स्टेशन में एक छोटे से सट्टे मामले में जब्त लैपटॉप
की जांच के दौरान पुलिस को 1400 करोड़ रुपये के सट्टे का हिसाब मिला है। गुजरात के दो बड़े


बुकी राकेश राजदेव उर्फ (आरआर) और टोमी पटेल के एक सीजन में 1400 रुपये का सट्टा खेलने
का पता चला है।

दोनों बड़े सट्टेबाजों के दुबई में होने की पुलिस को जानकारी मिली है, जो गुजरात
में अपने लोगों के जरिए सट्टे का नेटवर्क चलाते हैं।

पुलिस ने दोनों सट्टेबाजों के खिलाफ लुकआउट
सर्कुलर जारी किया है।

अहमदाबाद क्राइम ब्रांच के डीसीपी चैतन्य मांडलिक ने बताया कि राकेश राजदेव (राजकोट) और टोमी
पटेल (उंझा) के 1400 करोड़ रुपये का सट्टे का हिसाब मिला है। इसमें हवाला और दुबई में डमी


नाम से बैंक अकाउंट के विवरण मिले हैं। अब इन दोनों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने की
प्रक्रिया शुरू की गई है।

अहमदाबाद क्राइम ब्रांच के पीएसआई के के चौहाण मामले के शिकायतकर्ता


बनकर विभिन्न धाराओं के तहत आर्थिक घोटाले के संबंध में शिकायत दर्ज की है।
ऐसे खुला करोड़ों के सट्टे का खेल


पुलिस सूत्रों के अनुसार 17 अक्टूबर, 2022 को अहमदाबाद के अधिष्ठान श्रीया फ्लैट से क्रिकेट मैच
पर सट्टा खेलने का नेटवर्क का पता चला था।

इसमें मेहुल पुजारा (अहमदाबाद), मीत गुजरात
(गुजरात, हाल दुबई), चेतन उर्फ टोमी (उंझा, हाल दुबई), धवल जेतपुरा, नीतीन (कोलकाता), बाबा


हैदराबाद उर्फ त्रिमूर्ति, चिन्टू (सूरत), परिमल (दुबई), दिनकर उर्फ रॉकी (राजकोट) के बारे में पता
चला। इसकी जांच के दौरान ही पुलिस को 1400 करोड़ रुपए के सट्टे के नेटवर्क का पता चला है।


राकेश राजदेव और चेतन पटेल उर्फ टोमी का क्रिकेट सट्टा समग्र देश और विदेश में फैला हुआ है।
बुकियों के विषय में जानकारी पुलिस अधिकारी बताते हैं

कि ये बुकी डमी अकाउंट खोलते हैं, जो कि
एप्लिकेशन के साथ कनेक्ट होते हैं

और रुपया सीधे जमा हो जाता है। गुजरात से हवाला के जरिए
ट्रांजेक्शन होता है। रोजाना 5 से 7 करोड़ रुपए का एक लाइन होता है

, जो कि अलग-अलग बुकी का
होता है। बुकी हमेशा प्रोफिट में होते हैं।

जबकि सटोरिये अधिक नहीं कमाते हैं, वहीं बुकियों के
रिकवरी एजेंट भी लाखों कमाते हैं।


टीवी पर लाइव के 5-7 सेकंड का अंतर दिलाता है लाभ
पुलिस के अनुसार क्रिकेट के सट्टे में कौन हारेगा या कौन जीतेगा इसके आधार पर सट्टा खेला


जाता था। इसके अलावा बॉल टू बॉल का भी सट्टा खेला जाता था। बताया जाता है कि क्रिकेट मैच
के मैदान पर मौजूद सटोरिए और लाइव टीवी पर बीच के पांच-सात सेकंड के अंदर बॉल-टू-बॉल सट्टा


खेलते थे। यानी एक बॉल पर क्या हुआ इसमें पांच-सात सेंकंड के लाइव टीवी पर आने वाले अंतर के
बीच बड़ा सट्टा लगाया जाता था।

टी-20, वन डे, लीग मैच पर सट्टा लगाया जाता था। मोबाइल के
जरिए खास एप्लिकेशन बनाकर मैच का भाव घोषित किया जाता था। मैच की हार-जीत और सेशन


के स्कोर पर सट्टा लगाया जाता था। सट्टाकांड में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
एक-एक मैच पर 100 से 500 करोड़ रुपए का सौदा होने की जानकारी मिली है। गुजरात के सटोरिए


दुबई में बैठे अपने आका के जरिए भाव घोषित करते थे। सट्टा से मिली रकम भी दुबई ट्रांसफर
किया जाता था।