सीवर में दम घुटने से दो लोगों की मौत (अपडेट)

नई दिल्ली, 27 अप्रैल । बाहरी उत्तरी जिले के बवाना इलाके में सीवर में कूड़ा बिनने गए एक युवक की दम घुटने से मौत हो गई।

सीवर में दम घुटने से दो लोगों की मौत (अपडेट)

नई दिल्ली, 27 अप्रैल बाहरी उत्तरी जिले के बवाना इलाके में सीवर में कूड़ा बिनने गए एक युवक की
दम घुटने से मौत हो गई। जबकि उसे बचाने गए एक टाटा ऐस वाहन के चालक की भी दम घुटने से मौत हो गई।

पुलिस ने शवों को मोर्चरी में सुरक्षित रखवा दिया है। पुलिस मामला दर्ज कर जांच कर रही है। पुलिस ने दोनों
मृतकों के परिवार वालों को हादसे की जानकारी दे दी है।


पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बवाना पुलिस को 11 बजकर 21 मिनट पर गंगा टोली रोड, सेक्टर 4,
डीएसआईडीसी बवाना स्थित सीवर में दो लोगों के फंसने की जानकारी मिली थी। पुलिस और दमकलकर्मी मौके पर


पहुंचे। दमकलकर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद सीवर से दो युवकों को बाहर निकाला। जिनकी पहचान औचंडी रोड
बवाना के रहने वाले अब्दुल सलाम(18) और गली नंबर 2, प्रकाश विहार शाहबाद दौलतपुर के रहने वाले चितरंजन


चौधरी (26) के रूप में हुई। शुरूआती जांच में अब्दुल सलाम के छोटे भाई साहिल से पता चला कि दोनों इलाके में
कूड़ा बिनने का काम करते हैं।


अब्दुल सीवर का कवर हटाकर कूड़ा बिनने के लिये अंदर घूस गया था। जब उसका दम घूटने लगा। उसने बचाने
के लिये हाथ ऊपर किया। लेकिन साहिल कुछ नहीं कर पाया। उसने अब्दुल को बचाने के लिये आसपास के लोगों


से सहायता मांगी। वहीं से अपने टाटा ऐस वाहन से जा रहे चितरंजन ने साहिल को देखकर अपना वाहन रोका।
साहिल से मामले की जानकारी लेकर बिना सोचे समझे ही वह उसके साथ गया

और सीवर में अब्दुल को बचाने के
लिये चला गया। जहां उसका भी दम घुट गया।


लोगों ने दोनों को देखकर तुरंत पुलिस को हादसे की जानकारी दी। पुलिस और दमकलकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर
दोनों को निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।

पुलिस ने शवों को
बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल की मोर्चरी में सुरक्षित रखवा दिया। उल्लेखनीय है

कि कुछ ही दिन पहले संजय
गांधी ट्रांस्पोर्ट नगर में ठेकेदार और ई रिक्शा चालक समेत चार की सीवर में घुसने से मौत हो गई थी। उक्त


मामले में भी ई रिक्शा चालक ने भी बिना सोचे समझे सीवर में उतरकर तीन लोगों की जान बचाने की कोशिश


की थी, लेकिन उसकी भी दम घुटने से मौत हो गई थी। दिल्ली पुलिस और समाजसेवी लोगों ने चालक के परिवार
की आर्थिक रूप से मदद भी की थी।