चरित्र शंका पर पत्नी की कुल्हाड़ी मारकर हत्या करने वाला फरार आरोपी गिरफ्तार

कांकेर, 05 जुलाई पखांजूर थाना क्षेत्र ग्राम चांदीपुर में एक जुलाई को सुबह करीब 6.30 बजे टंगिया से ताबड़तोड़ हमला कर पत्नी की हत्या कर फरार आरोपी पति को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया।

चरित्र शंका पर पत्नी की कुल्हाड़ी मारकर हत्या करने वाला फरार आरोपी गिरफ्तार

कांकेर, 05 जुलाई । पखांजूर थाना क्षेत्र ग्राम चांदीपुर में एक जुलाई को सुबह करीब 6.30 बजे टंगिया से
ताबड़तोड़ हमला कर पत्नी की हत्या कर फरार आरोपी पति को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल


भेज दिया। जानकारी के अनुसार ग्राम चांदीपुर निवासी जीवानंद टीकेदार उम्र 43 वर्ष पिता विधान टीकेदार अपनी
पत्नी लिपिका टीकेदार के चरित्र पर शंका करता था।

मोबाइल पर किसी और से बात करने को लेकर विवाद होता
था।


एक जुलाई को सुबह जब उसकी पत्नी लिपिका जंगल के तरफ शौच के लिए गई तो उसे आने में देर हो गई। जैसे
ही वह घर पहुंची तो इसी बात को लेकर आरोपी पति अपनी पत्नी के साथ विवाद करने लगा। दोनों के बीच विवाद


होता देख उसकी 12 साल की बेटी मोबाइल से वीडियो बनाने लगी जिसे देखकर वह और ज्यादा आक्रोशित हो गया
और अपनी बेटी को जान से मारने की नियत से टंगिया उठाया तो उसकी मां बीच बचाव करने लगी। इसी दौरान


वह आवेश में आकर उसी टंगिया से उसके सिर व गर्दन में ताबड़तोड़ हमला कर उसकी हत्या कर फरार हो गया।
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच कर रही है। इस दौरान आरोपी को पकड़ने के लिए


पुलिस गांव में मुखबिर लगाकर उसके छिपने के सभी संभावित जगह पर छापेमार किया। पुलिस ने आरोपी को
गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया।


मृतिका के भाई हरिमंडल ने थाना में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया था कि उसकी बहन लिपिका टिकेदार दूसरे
नम्बर की बहन है। जिसकी पहली शादी गोंडाहुर में शंकर के साथ हुई थी जिसकी एक बेटी है। शादी के चार साल


बाद किसी विवाद के चलते शंकर ने उसकी बहन को छोड़ दिया। उसके बाद उसकी बहन अपनी बेटी के साथ उसके
घर आ गई। दो तीन साल बाद ग्राम चांदीपुर निवासी जीवानंद टीकेदार के साथ जान पहचान होने के कारण दोनों


ने शादी कर लिया, जिसके बाद वह अपनी बेटी के साथ जीवानंद के साथ जीवन यापन करने लगी।


एक जुलाई को सुबह गांव का युवक शुभाष ढाली घर आकर बताया कि अपनी दीदी के घर जाकर देख उसके साथ
क्या हो गया है। यह सूनकर अकेले ही दीदी के घर जाकर देखा तो जीजा बाहर में खड़ा था जिसने उसे देखकर


बोला कि तेरी दीदी को काटकर फेंक दिया हूं। डर के कारण वह वहां से भाग कर अपने बडे़ भाई के पास गया और


जाकर घटना की जानकारी दी। उसके बाद दोनों दीदी के घर पहुंचे, तब तक जीजा मौके सेे फरार हो गया था। अंदर
जाकर देखे तो रसोई कमरा में उसकी दीदी लिपिका खून से लथपथ मृत अवस्था में पड़ी थी।

उसके शरीर में कई
स्थानों पर गहरी चोट थी।