जिस शिला का पूजन विश्राम घाट पर विधि विधान के अनुरूप किया गया उसे शिला को राज्यश्री चौधरी सिर पर लेकर जूते और चप्पलों के साथ अपमान

जूता चप्पलों के साथ शिला पूजन करने के उपरांत अपने पदाधिकारीओ के साथ सिर पर रखकर जिस शिला को वह श्री कृष्ण जन्म भूमि मंदिर निर्माण के लिए पूरे देश और प्रदेश और जिले में पूजन घर-घर करवाने की घोषणा करने के उपरांत

जिस शिला का पूजन विश्राम घाट पर विधि विधान के अनुरूप किया गया उसे शिला को  राज्यश्री चौधरी सिर पर लेकर जूते और चप्पलों के साथ अपमान

मथुरा। अखिल भारत हिंदू महासभा की अपने आप को राष्ट्रीय अध्यक्ष कहने वाली राजश्री चौधरी ने जूता चप्पलों के साथ शिला पूजन करने के उपरांत अपने पदाधिकारीओ के साथ सिर पर रखकर जिस शिला को वह श्री कृष्ण जन्म भूमि मंदिर निर्माण के लिए पूरे देश और प्रदेश और जिले में पूजन घर-घर करवाने की घोषणा करने के उपरांत। जिस शिला का पूजन विश्राम घाट पर विधि विधान के अनुरूप किया गया । 


उसे शिला को उनके पदाधिकारी सिर पर लेकर जूते और चप्पलों के साथ हिन्दू महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष अपने आप को बताने वाली राजश्री चौधरी ने, सनातन संस्कृति का अपमान खुद और उनके पदाधिकारी कार्यकर्ताओं ने किया है।अखिल भारत हिंदू महासभा प्रदेश उपाध्यक्ष पंडित संजय हरियाणा ने कहा सनातन संस्कृति और सनातन धर्म का अपमान करने वालों को जनता कभी माफ नहीं करेगी। तीखे शब्दों में इसकी निंदा की गई।

प्रदेश नेतृत्व और प्रदेश उपाध्यक्ष की ओर से कहा गया निश्चित रूप से सनातन संस्कृति और मर्यादा का ख्याल नहीं रखा गया। सनातन संस्कृति के अपमान करने के लिए राजश्री चौधरी और उनके पदाधिकारी, कार्यकर्ताओं को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। मथुरा की जनता और सारे संसार ने वीडियो और फोटो के माध्यम से इन चित्रों को देखा है। ब्रज क्षेत्र में सनातन धर्म का अपमान कोई नहीं सहेगा ।।


अखिल भारत हिंदू महासभा उत्तर प्रदेश इकाई इसकी निंदा करती है।

अखिल भारत हिंदू महासभा के उत्तर प्रदेश मीडिया प्रभारी रजत शर्मा ने कहा इन चित्रों को देखकर जो लगातार 6 दिन से फेसबुक और सोशल साइट पर उनके कार्यकर्ता और पदाधिकारी डालकर सनातन संस्कृति का अपमान कर रहे हैं। उनको सभी बृजवाशियो से माफी मांगनी चाहिए। इन्होंने ब्रज संस्कृति को नष्ट करने का काम उन्होंने किया है। अपने आप को मंदिर की लड़ाई की समर्थक बताने वाली राजश्री चौधरी जी को इसका जवाब देना चाहिए और माफी मांगनी चाहिए।