नोएडा में घर-घर खोजे जाएंगे कुष्ठ रोगी : डा. अमित विक्रम
नोएडा, 07 मार्च जनपद में एक्टिव केस डिटेक्शन एंड रेगुलर सर्विलांस फॉर लेप्रोसी (कुष्ठ) के तहत मंगलवार (आठ मार्च) से घर-घर स्क्रीनिंग कर कुष्ठ रोगी खोजे जाएंगे
नोएडा, 07 मार्च जनपद में एक्टिव केस डिटेक्शन एंड रेगुलर सर्विलांस फॉर लेप्रोसी (कुष्ठ) के तहत
मंगलवार (आठ मार्च) से घर-घर स्क्रीनिंग कर कुष्ठ रोगी खोजे जाएंगे । यह जानकारी जिला कुष्ठ रोग अधिकारी
डा. अमित विक्रम ने सोमवार को दी।
डॉ. विक्रम ने बताया-शासन के निर्देश पर जनपद में एक्टिव केस डिटेक्शन एंड रेगुलर सर्विलांस फॉर लेप्रोसी
मंगलवार से शुरू हो रहा है। इसके लिए 1977 टीम बनायी गयीं हैं। एक टीम में दो सदस्य हैं। इस अभियान में
किसी भी सरकारी कर्मचारी की सेवाएं नहीं ली जा रही हैं। आशा और आशा संगिनी इस अभियान में सुपरवाइजर
होंगी। उन्होंने बताया -आठ मार्च से शुरू हो रहे इस अभियान की समय सीमा निर्धारित नहीं है। एक दिन में करीब
50 से 100 घरों का सर्वे किया जाएगा।
डा. अमित ने बताया- अभियान के दौरान उन क्षेत्रों पर विशेष फोकस रहेगा, जहां पिछले तीन वर्षों में कुष्ठ रोगी
मिले हैं। अभियान के लिए माइक्रोप्लान तैयार कर लिया गया है। सर्वे में मिले कुष्ठ रोगियों का सत्यापन का काम
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को सौंपा गया है। इसके अलावा प्रभारी चिकित्सा अधिकारी व जिला कुष्ठ रोग अधिकारी स्तर
से सत्यापन कराया जाएगा।
लोगों से सहयोग करने की अपील
जिला कुष्ठ रोग अधिकारी ने लोगों से अपील की है कि वह अभियान के तहत घरों में आने वाली टीम को स्क्रीनिंग
के दौरान पूरी जानकारी देकर सहयोग करें। उन्होंने कहा- कुष्ठ रोग किसी भी तरह की छुआछूत की बीमारी नहीं है।
यह छूने, एक साथ बैठने, रहने खाने पीने से नहीं फैलती है। यह बीमारी एक जीवाणु द्वारा होती। इस रोग की
पहचान बहुत आसानी से की जा सकती है। इसमें त्वचा पर हल्के रंग के धब्बे दिखाई देते हैं।
यह तंत्रिकाओं, त्वचा
व आंखों को प्रभावित करता है। इस रोग में स्थायी, शारीरिक दिव्यांगता की आशंका भी होती है। यह रोग
माइकोबैक्टीरियम लेप्रे के कारण होती है।
अनुपचारित कुष्ठ प्रभावित व्यक्ति ही एक मात्र जीवाणु को फैलाने के
लिये जिम्मेदार होता है। संक्रामक व्यक्तियों के श्वसन तंत्र जैसे छींकने,खांसने से निकले ड्रॅापलेट से दूसरा व्यक्ति
संक्रमित होता है। उन्होंने बताया - जनपद में बहुत ज्यादा कुष्ठ रोगी नहीं हैं।
वर्तमान में केवल 49 कुष्ठ रोगी हैं,
जिनमें 14 साल से कम उम्र के दो बच्चे भी शामिल हैं। इन सभी का उपचार चल रहा है।
कुष्ठ रोग के लक्षण
इस रोग में गहरे रंग की त्वचा वाले व्यक्ति के हल्के रंग के धब्बे और हल्के रंग की त्वचा वाले व्यक्ति के गहरे
सफेद अथवा लाल रंग के धब्बे दिखाई देने लगते हैं।
धब्बे वाले स्थान पर सुन्नपन, हाथ या पैरों में झुनझुनी होना
इसके लक्षण हैं।