यमुनानगर में चल रहे झोलाछाप अवैध संचालित क्लीनिकों को बंद कराने को लेकर शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने सीएमओ प्रयागराज को सौंपा ज्ञापन
प्रयागराज यमुनानगर के शिव सेना प्रभारी चंद्रमा शुक्ला ने पूरे इलाके में अवैध रूप से संचालित हो रहे क्लिनिकों पर नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए प्रयागराज मुख्य चिकित्सा अधिकारी आशु पाण्डेय को शिकायती पत्र के तौर पर सौंपा ज्ञापन।
प्रयागराज यमुनानगर के शिव सेना प्रभारी चंद्रमा शुक्ला ने पूरे इलाके में अवैध रूप से संचालित हो रहे क्लिनिकों पर नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए
प्रयागराज मुख्य चिकित्सा अधिकारी आशु पाण्डेय को शिकायती पत्र के तौर पर सौंपा ज्ञापन। ज्ञापन में कहा गया है कि प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत से मेडिकल के क्षेत्र में व्यापार अवैध तरीके से फलफूल रहा है
जिसके ज़रिए पूरे यमुनानगर इलाके में अवैध रूप से जो भी क्लीनिक संचालित हो रही है उन पर बिना किसी पक्षपात के कार्रवाई की जाए।
जबकि वहीं बीते शुक्रवार 10 मार्च को मेजा तहसील क्षेत्र अंतर्गत रामनगर इलाके में डॉक्टर बंगाली नाम से संचालित क्लीनिक को बिना किसी नोटिस के उप चिकित्सा अधिकारी द्वारा सीज कर दिया गया।
इस बारे में उप चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नवीन गिरी ने बताया कि इस क्लीनिक की लिखित शिकायत स्वास्थ्य मंत्री सहित स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के विशेष सचिव के पोर्टल पर भी की गई थी। जिसमें अवैध रूप से ऑपरेशन इलाज की बात
कही गई थी। प्राप्त किए गए शिकायत के आधार पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी के द्वारा दिए गए निर्देश पर निरीक्षण किया जिसमें पता लगा कि यह क्लीनिक अवैध रूप से बिना डिग्री धारक डॉक्टरों की देखरेख में संचालित हो रही है।
जरूरी दस्तावेज मांगने पर ना उपलब्ध होने के कारण अवैध रूप से संचालित हो रहे क्लीनिक को सीज कर दिया। क्लीनिक सीज हो जाने के बाद स्वर्गीय डॉ एके.विश्वास की पीड़ित विधवा पत्नी अपनी शिकायत लेकर शिवसेना के प्रभारी से मुलाकात कर अपनी
पीड़ा का इज़हार किया। पीड़ित विधवा महिला का रो रोकर बुरा हाल था। शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने अपने पूरे दलबल के साथ
बेली हास्पिटल स्थित मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय पहुंच कर सभी अवैध संचालित क्लीनिकों के सीज़ किए जाने की मांग की गई।
शिवसेना के यमुनानगर अध्यक्ष ने आरोप लगाते हुए बताया कि मुख्य चिकित्सा विभाग के एक अधिकारी के द्वारा अवैध रूप से संचालित हो रहे क्लीनिक को सीज किया जाता है
और वही दूसरी तरफ दूसरे अवैध संचालित क्लीनिक को छोड़ दिया जाता है। इसकी जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी को ज्ञापन के ज़रिए होने पर उन्होंने कार्रवाई करने का आश्वासन देते हुए भरोस दिया कि
हमारे ग्रामीण अंचल में स्वास्थ्य सेवाएं इतनी सुदृढ़ हो चुकी है। मैं मीडिया के माध्यम से ये कहना चाहता हूं कि समाज के हर एक वर्ग के लोगों को जागरूक होना पड़ेगा किसी के बरगलाने और बहला-फुसलाकर किसी अन्य अनक्वालिफाइड डॉक्टर के यहां
जाकर स्वास्थ्य सेवाएं ना लें। हमारे हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर, सीएचसी और पीएससी जाएं वहां की सुविधाएं देखें, किस तरीके की सुविधाएं दी जा रही हैं।
हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर सीएससी और पीएससी पर तैनात कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर एक अच्छा प्रशिक्षण लेकर आए हैं। उन के माध्यम से जो सेवाएं मिलनी चाहिए जनमानस को मिल रही है या नहीं मिल रही है
उस चीज को देखें कोई कमियां हो तो उस चीज की रिपोर्ट करें। उसके बाद पेशेंट को ऐसी स्थिति में अगर रिफर किया जा रहा है। तो उन के माध्यम से मेडिकल ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम से 102 या 108 की सेवाएं लेते हुए उस जगह से चिकित्सालय ट्रांसफर किया
जाए। वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि बहुत जल्द ही जिले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी हेल्पलाइन जारी होगा जिसकी तैयारी शुरू हो गई है
बहुत जल्द ही प्राइवेट हॉस्पिटल हो या सरकारी हॉस्पिटल हर जगह उस हेल्पलाइन नंबर को डिस्प्ले किया जाएगा। जिससे उन जगहों पर पब्लिक हो या प्रोवाइडर दोनों लोगों को किसी भी तरीके का कोई समस्या या सुझाव हो तो उस हेल्पलाइन नंबर पर दर्ज
करा सकते हैं। जिससे हम उन शिकायत यह सुझाव का समाधान कर सकें। शिवसेना द्वारा दिए गए शिकायत पत्र पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा हम जांच कर उचित कार्रवाई करेंगे। यमुनापार के शिवसेना प्रभारी ने कहा मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने
हमारी प्रार्थना पत्र स्वीकार करते हुए हमें 2 दिन का समय दिया है और अगर इन 2 दिनों में मुख्य चिकित्सा अधिकारी के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं होती तो हम इसी मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के पास एकत्र होकर धरना प्रदर्शन करेंगे।