12 मई अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस

फ्लोरेंस नाइटिंगेल, जिनकी जयंती पर यह दिन मनाया जाता है, को लेडी विद द लैंप के नाम से भी जाना जाता था. उन्होंने क्रीमिया युद्ध के दौरान घायल हुए ब्रिटिश और सहयोगी सैनिकों के प्रभारी नर्स के रूप में काम करना शुरू किया दुनिया भर में नर्सों के प्रयास और समर्पण का सम्मान करने के लिए हर साल 12 मई को अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है

12 मई अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस

फ्लोरेंस नाइटिंगेल, जिनकी जयंती पर यह दिन मनाया जाता है, को लेडी विद द लैंप के नाम से भी जाना जाता था. उन्होंने क्रीमिया युद्ध के दौरान घायल हुए ब्रिटिश और सहयोगी सैनिकों के प्रभारी नर्स के रूप में काम करना शुरू किया दुनिया भर में नर्सों के

प्रयास और समर्पण का सम्मान करने के लिए हर साल 12 मई को अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है. 1965 में द इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्स-आईसीएन द्वारा पहली बार ये दिवस मनाया गया था.

1953 में अमेरिकी स्वास्थ्य, शिक्षा और कल्याण विभाग के एक अधिकारी, डोरोथी सुंदरलैंड ने राष्ट्रपति ड्वाइट डी. आइजनहावर को 'नर्स दिवस' घोषित करने का प्रस्ताव दिया था

, जिसे उन्होंने स्वीकार नहीं किया था. हालांकि 1974 में 12 मई को अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस के रूप में मनाने के लिए चुना गया था. यह तारीख फ्लोरेंस नाइटिंगेल की जयंती भी है,

जिनका जन्म आज ही के दिन 1820 में हुआ था. वह आधुनिक नर्सिंग की संस्थापक थीं.
अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस का इतिहास 


फ्लोरेंस नाइटिंगेल, जिनकी जयंती पर यह दिन मनाया जाता है, को लेडी विद द लैंप के नाम से भी जाना जाता था. उन्होंने क्रीमिया युद्ध के दौरान घायल हुए ब्रिटिश और सहयोगी सैनिकों के प्रभारी नर्स के रूप में काम करना शुरू किया. वह अपना ज्यादातर

समय घायल सैनिकों की देखभाल करने में बिताती थी. फ्लोरेंस नाइटिंगेल नर्सों के लिए औपचारिक प्रशिक्षण स्थापित करने वाली पहली महिला थीं. नाइटिंगेल स्कूल ऑफ नर्सिंग के नाम से जाना जाने वाला पहला नर्सिंग स्कूल 1860 में लंदन में खोला गया था.

उन्होंने दाइयों के लिए एक प्रशिक्षण स्कूल स्थापित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने अपने जीवनकाल में ब्रिटिश समाज के सभी वर्गों के स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार के लिए कई प्रयास किए.

 क्यों और कैसे मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस, क्या है इस नर्स डे की थीम

अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस का महत्व | 
जैसा कि दुनिया अभी भी घातक कोरोनावायरस महामारी से जूझ रही है,

इस लड़ाई में सबसे आगे नर्सों की भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की तरह नर्सें लगातार देखभाल कर रही हैं. वे अक्सर एकमात्र स्वास्थ्य पेशेवर होते हैं जिन्हें लोग स्वास्थ्य संकट से गुजरते समय देखते हैं.

अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस अधिक महत्व रखता है. आइए इस दिन को किसी भी स्थिति में अपनी अमूल्य सेवाओं के लिए दुनिया भर की सभी नर्सों और स्वास्थ्य कर्मियों के प्रति आभार व्यक्त करें.