लखनऊ सामूहिक हत्याकांड का एक और खुलासा
लखनऊ। लखनऊ के होटल में महिला और चारों बेटियों की सामूहिक हत्या में फरार आरोपी बदरुद्दीन की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पुलिस आरोपी के दो पड़ोसी और परिचित पिता-पुत्र को अपने साथ ले गई थी।

लखनऊ सामूहिक हत्याकांड का एक और खुलासा, 16 और 18 दिसंबर को हुआ था विवाद पड़ोसी आफताब ने बताई उस दिन की कहानी
लखनऊ के होटल में महिला और चारों बेटियों की सामूहिक हत्या में फरार आरोपी बदरुद्दीन की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पुलिस आरोपी के दो पड़ोसी और परिचित पिता-पुत्र को अपने साथ ले गई थी। सभी से अलग-अलग पूछताछ की गई। मगर, कोई जानकारी नहीं मिल सकी। उन्होंने किसी तरह का विवाद नहीं बताया है। इस पर पुलिस ने चारों को छोड़ दिया। सभी घर लौट आए हैं।
31 दिसंबर को लखनऊ के नाका थाना क्षेत्र के होटल में इस्लाम नगर के अरशद ने पिता मोहम्मद बदरुद्दीन उर्फ बदर के साथ मिलकर मां आस्मां और चार बहनों की सामूहिक हत्या कर दी थी। हत्याकांड के बाद वीडियो बनाकर अरशद ने सोशल मीडिया पर शेयर किया था। इसमें अपने घर के सामने रहने वाले अलीम खान, पड़ोसी आफताब समेत अन्य बस्ती वालों पर आरोप लगाए थे। धर्म परिवर्तन कर हिंदू धर्म अपनाने की बात कही थी। मगर, पुलिस की अब तक की जांच में आरोपों की पुष्टि नहीं हो सकी है।
लखनऊ पुलिस 3 जनवरी को आगरा आई थी। 5 जनवरी को पड़ोसी आफताब, अलीम खान, खंदौली के रहने वाले बदर के मित्र पूरन सिंह और उनके बेटे जितेंद्र को साथ लेकर गई थी। अलीम और आफताब से विवाद की जानकारी ली गई। सूत्रों ने बताया कि अलीम ने यही कहा कि बदर की आधी जमीन रुपये देकर खरीदी है। किसी तरह का विवाद नहीं था। खरीद से संबंधी कागजात भी दिखाए। पड़ोसी ने भी किसी तरह के विवाद से इंकार किया।
आफताब ने यही बताया कि 16 और 18 दिसंबर को मामूली कहासुनी हुई थी। वहीं जितेंद्र और पूरन से अलग-अलग बात की गई। उनसे बदर की पत्नी और बेटियों के बारे में पूछा गया। आखिरी बार जितेंद्र ही उनके साथ में था। इसलिए उनसे पूछा गया कि उसने उन्हें कहां पर छोड़ा था। उन्होंने पुलिस को कई जानकारी दी हैं। सोमवार देर रात अलीम, आफताब, पूरन और उनके बेटे जितेंद्र को छोड़ दिया गया। उनके घर आने पर परिजन ने भी राहत की सांस ली।
यूपी की राजधानी लखनऊ के नाका स्थित होटल शरणजीत में 31 दिसंबर की देर रात आगरा के इस्लाम नगर, तेहड़ी बगिया, कुबेरपुर निवासी अरशद ने पिता बदर के साथ मिलकर चार बहनों और मां की हत्या कर दी। सभी अजमेर से लखनऊ आए थे और सोमवार को होटल में कमरा लेकर ठहरे थे। हत्या से पहले आरोपी पिता-पुत्र ने सभी को शराब पिलाई। अरशद ने इस दौरान वीडियो भी बनाया। पुलिस ने अरशद को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि बदर की तलाश जारी है।
डीसीपी मध्य रवीना त्यागी ने बताया कि बुधवार सुबह करीब सात बजे अरशद लोको पुलिस चौकी पहुंचा। अरशद ने पुलिसकर्मियों को बताया कि उसने पिता के साथ मिलकर मां और चार बहनों की हत्या कर दी है। पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे तो पता चला कि घटना नाका इलाके की है। इसके बाद नाका पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस होटल के कमरे में दाखिल हुई तो भीतर पांच के शव बिस्तर पर पड़े थे।
पूछताछ में अरशद ने बताया कि उसने पिता के साथ मिलकर मां अस्मा (49), बहन अल्शिया (19), रहमीन (18), अक्सा (16) और आलिया (9 ) की हत्या की है। आरोपी ने बताया कि मोहल्ले वाले उसके परिवार को परेशान कर रहे थे। इसकी वजह से पिता-पुत्र को डर था कि अगर उन्हें कुछ हो गया, तो परिवार के लोगों का क्या होगा। साजिश के तहत दोनों पहले परिवार को अजमेर लेकर गए। इसके बाद लखनऊ लाए थे।
साजिश के तहत आरोपी पिता-पुत्र ने परिवार से नए साल की पार्टी लखनऊ में मनाने की बात कही। 31 दिसंबर की रात में पार्टी के नाम पर सभी को शराब पिलाई। आरोपियों ने नाबालिग बच्चियों को भी जबरन शराब पिलाई ताकि बेसुध होने पर उनकी हत्या की जा सके। शराब पिलाने के बाद रात में करीब दो बजे अरशद ने पिता के साथ मिलकर पहले मां अस्मा का ब्लेड से गला रेता। फिर हाथ की नस काट दी।
इसके बाद बहन अल्शिया और रहमीन का गला रेतने के बाद हाथ की नस काट दी। वहीं, बदर ने अक्सा और आलिया की गला घोंटकर हत्या कर दी। दोनों के हाथ की नस भी काटी। वे चीख-चिल्ला न सके इसलिए सभी के मुंह में कपड़ा ठूस दिया था। यही नहीं, कोई जिंदा न बचे इसलिए हाथ की नस काटने के बाद दुपट्टे से गला भी कसा था।हत्या के बाद एक जनवरी की सुबह करीब 06रू55 बजे दोनों आरोपी होटल से बाहर निकले। सीसीटीवी फुटेज में भी दोनों साथ निकलते दिखे हैं। अरशद ने पहले पिता को चारबाग स्टेशन छोड़ा। इसके बाद लोको पुलिस चौकी पहुंचकर घटना की जानकारी दी।
पुलिस की टीम बदर की तलाश कर रही है। बदर अपना फोन होटल में ही छोड़कर गया है, जिसकी वजह से उसकी लोकेशन नहीं मिल पाई है। पुलिस ने होटल के कमरे से हत्या में इस्तेमाल ब्लेड और दुपट्टा बरामद कर लिया है।