सवेरा फाउंडेशन ट्रस्ट और कॉनकॉर द्वारा मंडोली जेल में सर्वाइकल कैंसर शिविर का आयोजन
भारतीय कंटेनर निगम लिमिटेड (कॉनकॉर) के सहयोग से मंडोली जेल में महिलाओं की सेहत के लिए सामुदायिक अभियान - सर्वाइकल कैंसर और पोषण की कमी के खिलाफ' शिविर का आयोजन किया गया

सवेरा फाउंडेशन ट्रस्ट और कॉनकॉर द्वारा मंडोली जेल में सर्वाइकल कैंसर शिविर का आयोजन
तिहाड़ जेल में महिलाओं की स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान के लिए 'डॉन बियॉन्ड बार्स' पहल के अन्तर्गत तिहाड़ जेल के पश्चात मंडोली जेल परिसर में सवेरा फाउंडेशन ट्रस्ट द्वारा भारतीय कंटेनर निगम लिमिटेड (कॉनकॉर) के सहयोग से मंडोली जेल में महिलाओं की सेहत के लिए सामुदायिक अभियान - सर्वाइकल कैंसर और पोषण की कमी के खिलाफ' शिविर का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण पहल का उद्देश्य महिलाओं की सेहत विशेषकर सर्वाइकल कैंसर और पोषण की कमी जैसी गंभीर समस्याओं का समाधान करना है।
विशेषज्ञों के अनुसार, सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में दूसरा सबसे आम कैंसर है, जो हर साल हजारों महिलाओं को प्रभावित करता है। यह बीमारी गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाओं में असामान्य वृद्धि के कारण होती है, और शुरुआती चरणों में इसके कोई लक्षण नहीं दिखाई देते। इस कैंसर का मुख्य कारण ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (एचपीवी) संक्रमण है, जो समय रहते नियंत्रित न किया जाए तो यह घातक रूप ले सकता है।
इस शिविर में स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर के प्रारंभिक लक्षणों, नियमित जांच की आवश्यकता, और इस बीमारी से बचाव के उपायों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। शिविर में महिलाओं का एचपीवी डीएनए टेस्ट किया गया। इसके साथ ही, विटामिन डी, आयरन, थायरॉयड, फोलिक एसिड और विटामिन बी12 की कमी के लिए भी जांच की गई, ताकि महिलाओं के समग्र स्वास्थ्य की स्थिति का आकलन किया जा सके।
इस परियोजना को डॉ. सीमा सिंघल, अतिरिक्त प्रोफेसर, प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग, एम्स, नई दिल्ली के विशेष मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। इस अवसर पर एम्स, नई दिल्ली के डीन, डॉ. (प्रो.) कौशल वर्मा ने अपने मूल्यवान मार्गदर्शन और उपस्थिति से इस शिविर की सार्थकता को और बढ़ा दिया। उनका विस्तृत अनुभव और मार्गदर्शन इस पहल की सफलता के लिए अमूल्य रहा। सवेरा फाउंडेशन ट्रस्ट के मुख्य सलाहकार, डॉ. वाई.के. गुप्ता, पूर्व डीन, एम्स, नई दिल्ली, और डॉ. वीना गुप्ता, पूर्व प्रोफेसर एवं प्रमुख, रेडियोथेरेपी विभाग, सफदरजंग अस्पताल, नई दिल्ली, ने इस परियोजना में मुख्य सलाहकार के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान की।
सवेरा फाउंडेशन ट्रस्ट की अध्यक्ष, अंचल भारद्वाज, सचिव, तृप्ति सक्सेना और ट्रस्ट के सलाहकार हरिकिशन इस परियोजना का नेतृत्व कर रहे थे। डॉ.राजेश, आरएमओ तिहाड़ जेल, डॉ. राठी, आरएमओ मंडोली जेल, अमिता सुमन, जेल सुपरिन्टेन्डेन्ट मंडोली, सुमन, डिप्टी जेल सुपरिन्टेन्डेन्ट मंडोली के अतिरिक्त मंडोली जेल परिसर के डॉक्टर, अधिकारी एवं कर्मचारियों ने इस शिविर के आयोजन और सफलता मे अपना भरपूर सहयोग प्रदान किया। शिविर में सवेरा फाउंडेशन कि तरफ से जितेंद्र भारद्वाज, अपर निदेशक संसद भवन, संस्था के स्वयंसेवक राज मेहता , संदीप सक्सेना, योगेंद्र यादव , प्रमोद और डॉक्टर व पैरामेडिक्स ने अपना सहयोग प्रदान किया।
सवेरा फाउंडेशन ट्रस्ट की अध्यक्ष और सचिव ने हमारे संवादाता से बात करते हुए बताया कि 'डॉन बियॉन्ड बार्स' परियोजना जैसी पहल के माध्यम से, ट्रस्ट सार्वजनिक स्वास्थ्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालने का प्रयास करता है, महत्वपूर्ण स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान करता है और निवारक देखभाल को बढ़ावा देता है। ट्रस्ट महिलाओं के कैंसर और पोषण की कमी जैसी गंभीर समस्याओं के समाधान के लिए वचनबद्ध है और भविष्य में ऐसे ओर शिविरों का आयोजन किया जायेगा। उन्होंने इस स्वास्थ्य शिविर आयोजन के लिए सतीश गोलचा, आईपीएस, महानिदेशक (जेल), और समस्त तिहाड़ जेल प्रशासन के साथ साथ संजय स्वरूप,अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, कॉनकॉर लिमिटेड और अन्य अधिकारियो का इस परियोजना के सफल आयोजन और सहयोग के लिए विशेष आभार प्रगट किया।