ई-रिक्शा चालक के परिवार पर जानलेवा हमला

बुलंदशहर : डिबाई कोतवाली क्षेत्र के गांव भीमगढ़ी में दबंगों द्वारा ई-रिक्शा चालक और उसके परिवार पर जानलेवा हमला करने का मामला सामने आया है।

ई-रिक्शा चालक के परिवार पर जानलेवा हमला

ई-रिक्शा चालक के परिवार पर जानलेवा हमला

बुलंदशहर : डिबाई कोतवाली क्षेत्र के गांव भीमगढ़ी में दबंगों द्वारा ई-रिक्शा चालक और उसके परिवार पर जानलेवा हमला करने का मामला सामने आया है। आधा दर्जन से अधिक हमलावरों ने लाठी-डंडों से हमला किया और घर में घुसकर जमकर तोड़फोड़ की। इस घटना में पांच लोग गंभीर रूप से घायल हुए, जिनमें से तीन को ज़िला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने चार आरोपियों को हिरासत में लिया है और मामले की जांच जारी है।

पीड़ित मोहन सिंह, जो कि ई-रिक्शा चालक हैं, जिन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि घटना 15 फरवरी की शाम करीब 7 बजे की है। जब वह दूध लेने निकले थे, तभी गांव के ही कुछ लोगों ने उन पर हमला कर दिया।आरोप है कि हमलावरों में कुदन सिंह,प्यारेलाल, महेश, भीकमबर, विश्वबर, देवेंद्र, नेम सिंह और भूरा लाल शामिल थे। जब मोहन सिंह के परिवार वालों ने उन्हें बचाने की कोशिश की, तो आरोपियों ने उन पर भी हमला कर दिया।


घटना के दौरान हमलावरों ने लाठी-डंडों से मारपीट की, जिससे मोहन सिंह और उनके परिवार के सदस्यों को गंभीर चोटें आईं। तीन घायलों की हालत नाजुक बनी हुई है और उन्हें ज़िला अस्पताल में भर्ती किया गया है। पीड़ित परिवार का कहना है कि आरोपियों ने घर में घुसकर न केवल हमला ही नही किया बल्कि घर में घुसकर तोड़फोड़ भी की गई है।डिबाई कोतवाली पुलिस ने पीड़ित मोहन सिंह की शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को हिरासत में ले लिया है, जबकि बाकी की तलाश जारी है।


इस घटना के बाद गांव में भय और आक्रोश का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं और प्रशासन को सख्त कदम उठाने चाहिए। पीड़ित परिवार ने भी पुलिस से निष्पक्ष जांच और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।डिबाई क्षेत्र में हुई इस घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन पीड़ित परिवार को अभी भी न्याय की उम्मीद है।

प्रशासन पर दबाव बढ़ रहा है कि वह इस मामले में कठोर कार्रवाई करे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।