मरौली खदान खंड संख्या एक में जारी है बालू का अवैध खनन
जिलाधिकारी के सख्त निर्देशों के बाद भी खनन रूक नहीं रहा।पैसे और रसूख के दम पर खनन माफिया केन के अस्तित्व को ही खतम करने में लगे हैं।दिन रात एन जी टी नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं
मरौली खदान खंड संख्या एक में जारी है बालू का अवैध खनन
जिलाधिकारी के सख्त निर्देशों के बाद भी खनन रूक नहीं रहा।पैसे और रसूख के दम पर खनन माफिया केन के अस्तित्व को ही खतम करने में लगे हैं।दिन रात एन जी टी नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं और नियम कानूनों को ताक पर रखकर भारी भरकम मशीनों से खनन किया जाता है।ओवर लोड वाहनों से जिले की सड़कें ध्वस्त हो रही हैं।सूत्र बताते हैं कि प्रशासन और बालू माफियाओं के गठजोड़ में जीवनदायनी केन दम तोड रही है।
नदी की जलधारा संकुचित होती जा रही है।इसके विपरीत बालू माफिया अपनी जेब भरने में मशगूल हैं।खनिज अधिकारी जिले में वर्षों से जमे हैं और इनको खनन का कोई भी कार्य नियम विरुद्ध नहीं दिखता।सूत्रों की मानें तो खनिज विभाग से लेकर प्रशासनिक अमला भी इन कारोबारियों के आगे नतमस्तक सा दिख रहा है। डी एम की सख्ती के बाद टीम द्वारा छापा मार कार्यवाही की जाती है और जुर्माना लगाकर रफा दफा कर दिया जाता है।
जिससे कारोबारियों को कोई फर्क नहीं पड़ता,बल्कि खनन का काम रफ्तार जरूर पकड़ लेता है।