थानाभवन क्षेत्र के गांव तितारसी निवासी दर्जनों ग्रामीणों ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर पुलिस पर मारपीट के मामले में षडयंण के तहत फर्जी मुकदमे दर्ज कर एक पक्षीय कार्यवाही करने का आरोप लगाया।

शामली। थानाभवन क्षेत्र के गांव तितारसी निवासी दर्जनों ग्रामीणों ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर पुलिस पर मारपीट के मामले में षडयंण के तहत फर्जी मुकदमे दर्ज कर एक पक्षीय कार्यवाही करने का आरोप लगाया। उन्होने मामले की निष्पक्ष जांच कराकर कार्यवाही किए जाने की मांग की है

थानाभवन क्षेत्र के गांव तितारसी निवासी दर्जनों ग्रामीणों ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर पुलिस पर मारपीट के मामले में षडयंण के तहत फर्जी मुकदमे दर्ज कर एक पक्षीय कार्यवाही करने का आरोप लगाया।

शामली। थानाभवन क्षेत्र के गांव तितारसी निवासी दर्जनों ग्रामीणों ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर पुलिस पर मारपीट के मामले में षडयंण के तहत फर्जी मुकदमे दर्ज कर एक पक्षीय कार्यवाही करने का आरोप लगाया।

उन्होने मामले की निष्पक्ष जांच कराकर कार्यवाही किए जाने की मांग की है।


क्षेत्र के गांव तितारसी निवासी अमित कुमार, अमरदीप, धर्मसिंह, राजेन्द्र सिंह, प्रवीन, सुंदर, लोकेश, विनोद, संजय कुमार, बलजीत आदि ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव से मुलाकात कर बताया कि गत 30 अप्रैल को शाम करीब 6 बजे श्रवण कुमार द्वारा

सुशील को अपने घर के बाहर पकडकर मारपीट की जा रही थी। अमरदीप द्वारा बीच बचाव की कोशिश की गई तो सुनियोजित तरीके से श्रवण कुमार, सुरेश, संजय, सोनू, अनिल, कुनीत, विक्रम निवासी तितारसी, राकेश निवासी कुतुबगढ, निखिल निवासी फुगाना,

अक्षय आदि ने हमला कर दिया। झगडे मे सुमित घायल हो गया। पुलिस को सूचना देने पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने ले गई, लेकिन आरोप है

कि दूसरे पक्ष के लोगों को छोड दिया गया, जबकि एक पक्ष पर कार्यवाही की गई। मुकदमे मंे कई अन्य लोगों को भी दोषी बनाया गया, जबकि वह घटना के समय गांव से बाहर थे।

ग्रामीणों ने मामले की निष्पक्ष जांच कराकर कार्यवाही किए जाने की मांग की है