दिल्ली कैपिटल्स बनाम राजस्थान रॉयल्स : कुलदीप और चहल के बीच होगा फिरकी का मुकाबला
मुंबई, 21 अप्रैल आत्मविश्वास से ओतप्रोत राजस्थान रॉयल्स का सामना आईपीएल के मैच में शुक्रवार को दिल्ली कैपिटल्स से होगा तो नजरें फिरकी के जादूगरों युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव के हुनर पर लगी
मुंबई, 21 अप्रैल (आत्मविश्वास से ओतप्रोत राजस्थान रॉयल्स का सामना आईपीएल के मैच में शुक्रवार
को दिल्ली कैपिटल्स से होगा तो नजरें फिरकी के जादूगरों युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव के हुनर पर लगी
होंगी।
आरेंज कैपधारी जोस बटलर (375 रन) और परपल कैपधारी चहल (17 विकेट) के फॉर्म को देखते हुए रॉयल्स इस
सत्र की सबसे मजबूत टीमों में से एक बन गई है।
शिमरोन हेटमायेर को छोड़कर मध्यक्रम में कोई चल नहीं सका
लेकिन इसकी कमी रॉयल्स को खल नहीं रही है।
दूसरी ओर दिल्ली के खेमे में कोरोना संक्रमण का साया है लेकिन इसके बावजूद टीम ने पिछले मैच में पंजाब
किंग्स को हराया।
कलाई के स्पिनर कुलदीप 13 विकेट लेकर दूसरे स्थान पर है और बटलर को अच्छी चुनौती पेश करेंगे।
कुलदीप, अक्षर पटेल और ललित यादव की कोशिश रनगति पर अंकुश लगाने की होगी लेकिन बल्लेबाजों की
मददगार वानखेड़े की पिच पर बटलर को रोकना उनका प्रमुख एजेंडा होगा।
वहीं चहल के लिये चुनौती डेविड वॉर्नर के बल्ले पर अंकुश लगाने की होगी। पृथ्वी साव और कप्तान ऋषभ पंत को
भी रन बनाने से रोकना होगा।
पिछले पांच साल में ‘कुल चा’ ने काफी उतार चढाव देखे हैं जिनकी 2017 से 2019 के बीच तूती बोलती थी। चहल
को पिछले टी20 विश्व कप की टीम से बाहर कर दिया गया था जबकि कुलदीप भी खराब फॉर्म के कारण रणनीति
से बाहर हो गए थे।
उन्हें राष्ट्रीय टीम प्रबंधन और पिछली आईपीएल टीम (केकेआर) से सहयोग नहीं मिला और वह घुटने की चोट का
भी शिकार हो गए।
अब दोनों के चेहरों पर मुस्कान लौटी है और तरकश में कई तीर भी।
दिल्ली के पास मुस्ताफिजूर रहमान और खलील अहमद के रूप में भी चतुर तेज गेंदबाज हैं जो रियान पराग और
संजू सैमसन को परेशान कर सकते हैं। दूसरी ओर रॉयल्स के पास डैथ ओवरों में वेस्टइंडीज के ओबेद मैकॉय जैसा
गेंदबाज है जिसने केकेआर के खिलाफ शानदार आखिरी ओवर डाला था।
पिछले मैच में आईपीएल में पदार्पण करने वाले मैकॉय को गेंदबाजी में लंबे कद का फायदा मिल रहा है। इससे
दिल्ली के बल्लेबाजों के लिये वह परेशानी का सबब बन सकते हैं।
रॉयल्स की तरह ही मध्यक्रम की बल्लेबाज दिल्ली की भी चिंता का विषय है जिसके पास पंत के अलावा ऐसा कोई
बल्लेबाज नहीं है जो गेंदबाजों की बखिया उधेड़ सके।
मनदीप सिंह चल नहीं सके और सरफराज खान भी प्रतिभा के साथ न्याय नहीं कर पा रहे हैं।