बैलगाड़ी में माता को बिठाकर प्रयागराज के लिए निकला पुत्र

बुलंदशहर : सरवन कुमार जैसे चेहरे सामने आते रहते हैं। ऐसा ही एक मामला बुलंदशहर में देखने को मिला। जहां 92 वर्षी है माता को 65 वर्षीय पुत्र बैलगाड़ी में बैठ कर खुद खींचकर प्रयागराज के लिए निकल गया है।

बैलगाड़ी में माता को बिठाकर प्रयागराज के लिए निकला पुत्र

बैलगाड़ी में माता को बिठाकर प्रयागराज के लिए निकला पुत्र

- बुलंदशहर : सरवन कुमार जैसे चेहरे सामने आते रहते हैं। ऐसा ही एक मामला बुलंदशहर में देखने को मिला। जहां 92 वर्षी है माता को 65 वर्षीय पुत्र बैलगाड़ी में बैठ कर खुद खींचकर प्रयागराज के लिए निकल गया है। मुजफ्फरनगर से चलकर बुलंदशहर पहुंचे चौधरी सुदेश पाल मलिक ने बताया कि वह अपनी माता को महाकुंभ में स्नान करने के लिए ले जा रहे हैं।

बैलगाड़ी में माता को बिठाकर खुद बैलगाड़ी को खींच रहे हैं। सुदेश पाल मलिक ने बताया कि 25 वर्ष पहले उनके घुटने खराब हो गए थे। चलने में काफी दिक्कतों का सामना होता था। माता के आशीर्वाद से घुटने ठीक हो गए। इसके बाद उन्होंने अपनी माता को महाकुंभ में स्नान करने के लिए ठान ली। सुदेश पाल ने बताया कि 13 दिनों में यात्रा पूरी होगी। 


बैलगाड़ी खींच रहा पुत्र पीछे बैठी मां को देख क्षेत्रवासियों ने की प्रशंसा

कलयुग के सरवन कुमार को देख क्षेत्रवासियों ने प्रशंसा की है। मुजफ्फरनगर के रहने वाले सुदेश पाल जैसे ही बुलंदशहर पहुंचे उनके स्वागत में लोग एकत्रित हो गए। सुदेश पाल यात्रा को देख सभी क्षेत्रवासी उनकी चर्चा करते नजर आ रहे हैं।