श्री कृष्ण भगवान की शयन नगरी स्याना में धूमधाम से मना श्री कृष्ण जन्मोत्सव
श्री कृष्ण भगवान की शयन नगरी स्याना में धूमधाम से माना श्री कृष्ण जन्मोत्सव
श्री कृष्ण भगवान की सेन नगरी स्याना में धूमधाम से माना श्री कृष्ण जन्मोत्सव
*विकास सिंघल*
स्याना, स्याना नगर स्थित श्याम भोज मंदिर में जन्माष्टमी पर्व धूमधाम से मनाया गया शास्त्रों में लिखा गया है कि द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण की सेन स्थलीय सेन के पश्चात भोज नगरी के रूप में विश्व विख्यात स्याना नगरी स्थित श्याम भोज मंदिर में जन्माष्टमी पर्व धूमधाम से मनाया गया
जिसमें स्याना नगर में आसपास के गांव के श्रद्धालुओं ने भगवान श्री कृष्ण के दर्शन किए साथ ही मां रुक्मणी और दाऊजी के दर्शन कर भक्ति भाव विभोर हो गए और भगवान श्री कृष्ण के गीतों में झूम झूम कर नाचने लगे भगवान श्री कृष्ण जन्मोत्सव की सभी भक्तों ने आपस में शुभकामनाएं दी
और गले मिले तथा भगवान श्री कृष्ण के गीतों को उत्साह पूर्वक गाय और सुनते रहे कि द्वापर युग में भगवान श्री कृष्णा बलराम और माता रुक्मणी के साथ श्याम भोज मंदिर में रात्रि विश्राम किया था तथा भोजन भी ग्रहण किया था
इसीलिए इस मंदिर को श्याम भोज शक्तिपीठ के नाम से जाना जाता है जिसका जिक्र आज भी शास्त्रों में उपलब्ध है श्याम भोज मंदिर कई दृष्टि से अलग है
क्योंकि माता रुक्मणी का हरण करने के पश्चात भगवान श्री कृष्णा इसी स्थान पर आकर रुके थे उसके पश्चात गुप्त मंदिर मंदिर में ही रात्रि विश्राम किए थे उक्त मंदिर में भगवान श्री कृष्णा आए दिन नए-नए चमत्कार दिखाते रहते हैं
यह एक चमत्कारिक मंदिर है मंदिर कमेटी ने भगवान श्री कृष्ण के दर्शन करने आए सभी भक्तों को शुभकामनाएं दी तथा मुख्य पुजारी में सभी को प्रसाद और अन्य व्यवस्थाओं के प्रति सजग रखा